करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने शेखर सिंह चौहान ने उत्तर प्रदेश की सम्पूर्ण कार्यकारिणी भंग कर दी. उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह चौहान को पदमुक्त कर दिया. जानकारी के मुताबिक, अनुशासनहीनता के आरोप में ज्ञानेंद्र चौहान को पद से मुक्त किया गया है. ज्ञानेंद्र के नेतृत्व में काम कर रहे पदाधिकारियों को भी पदमुक्त कर दिया गया. 16 अप्रैल को ये कार्रवाई कार्रवाई हुई थी. खबर है कि ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने पदमुक्त होने के बाद भी रामजीलाल के काफिले पर हमले की हमले की जिम्मेदारी ली थी.

पहले पद से हटाया और फिर दी बड़ी जिम्मेदारी
16 अप्रैल को करणी सेना यूपी के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह चौहान को अनुशासनहीनता के चलते पद से हटा दिया. वहीं अगले दिन 17 अप्रैल को उनकी पदोन्नति करते हुए राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दे दी गई. करणी सेना के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री मनोज चौहान से इसकी घोषणा की. उन्होंने कहा कि ज्ञानेंद्र सिंह चौहान को उनकी सक्रिय कार्यशैली और काम के प्रति निष्ठा और अनुकरणीय योगदान से प्रभावित होकर उन्हें वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पर नियुक्त किया जाता है. साथ ही उन्हें बृज क्षेत्र प्रभारी का अतिरिक्त उत्तरदायित्व भी सौंपा जाता है.

शेखर सिंह चौहान बने यूपी के प्रदेश अध्यक्ष
करणी सेना के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री ठाकुर मनोज सिंह चौहान ने ठाकुर शेखर सिंह चौहान को यूपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. शेखर को दिल्ली, हरियाणा और उत्तराखंड का अतिरिक्त प्रभार भी मिला है.