उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत के बाद किसानों का प्रदर्शन जारी है. इस बीच खबर है कि मांगों पर अड़े किसानों और प्रशासन के बीच समझौता हो गया है. खबर के मुताबिक मारे गए किसानों के परिवारों को 45-45 लाख रुपये की आर्थिक मदद की जाएगी. वहीं उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने पर भी सहमति बन गई है. बताया जा रहा है कि घायलों को 10-10 लाख रुपये का आर्थिक मदद सरकार की तरफ से दी जाएगी. इसके साथ ही हाई कोर्ट के रिटायर जज की निगरानी में मामले की जांच कराई जाएगी.
मृतक किसानों के परिवारों को आर्थिक मदद दिए जाने की जानकारी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने दी. इस मामले पर प्रशांत कुमार और राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. उन्होंने बताया कि मारे गए चारों किसानों (Lakhimpur Khiri Farmers) के परिवारों को 45-45 लीख की आर्थिक मदद दी जाएगी. वहीं पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी. इसके साथ ही राकेश टिकैत ने बताया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का नाम FIR में दर्ज किया गया है.
’10-11 दिन में हो आरोपियों पर कार्रवाई’
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि प्रशासन के कार्रवाई के लिए 10-11 दिन का समय मांगा है. अगर तय समय में कार्रवाई नहीं की गई तो वह पंचायत करेंगे. उन्होंने कहा कि सभी किसानों के अंतिम संस्कार तक वह लखीमपुर खीरी में ही रुकेंगे. सभी के शवों का पोस्टमार्टम 5 डॉक्टर्स की निगरानी में किया जाएगा. उसकी वीडियो रिकॉर्डिग भी की जाएगी. उनका कहना है कि इंटरनेट बंद होने की वजह से अभी उन्हें वीडियो सबूत नहीं मिले हैं. उनका कहना है कि किसी के पास भी अगर संबंधित वीडियो हों तो इंटरनेट चलते ही जरूर भेजी जाए.
मृतक किसानों के परिवारों को मिलेगा मुआवजा
बता दें कि लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसक झड़प में 8 लोगों की मौत का दावा किया गया है. चार किसानों की मौत वहीं तीन बीजेपी कार्यकर्ता और एक पत्रकार की मौत की बात सामने आई है. गुस्साए किसान मृतक किसानों के शवों को सड़क पर रखकर विरोध जता रहे थे. लेकिन अब उनकी मांगें प्रशासन ने मान ली हैं.