मेरठ। सरधना विधानसभा क्षेत्र के गांव कपसाड़ और सलावा में सम्राट मिहिर भोज के नाम पर लगाए गए द्वारों को प्रशासन ने हटा दिया है। स्थानीय विवाद के बढ़ने और हालात बिगड़ने की आशंका के चलते यह कदम उठाया गया।
कपसाड़ में पहले द्वार लगाया गया था, जिसके बाद सलावा में भी इसी तरह का द्वार स्थापित किया गया। दोनों गांवों में यह विवाद लंबे समय से चल रहा था। हालात तब और गंभीर हो गए जब 21 सितंबर को दादरी गांव में गुर्जर समाज की पंचायत के दौरान हंगामा हुआ और पुलिस पर पथराव की घटना हुई।
घटना के बाद शासन स्तर से निर्देश जारी हुए कि प्रदेश में सम्राट मिहिर भोज के नाम पर लगे सभी बोर्ड और द्वार हटाए जाएं। इस आदेश के तहत मंगलवार देर रात करीब 3 बजे भारी पुलिस बल कपसाड़ और सलावा पहुंचा और दोनों स्थानों से द्वार हटा लिया। पुलिस ने उन्हें अपने कब्जे में ले लिया और मलबा भी अपने साथ ले गई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह कदम एहतियातन उठाया गया है ताकि माहौल बिगड़ने से रोका जा सके। उच्च न्यायालय के आदेश आने तक प्रदेश में इस नाम से नए द्वार स्थापित नहीं किए जाएंगे और किसी भी जाति को बैठक या कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं होगी।
वर्तमान में दोनों गांवों में भारी पुलिस बल तैनात है और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए चौकसी बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने साफ किया है कि किसी भी पक्ष को माहौल बिगाड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी और कानून-व्यवस्था सर्वोपरि रहेगी।