अन्ततः वाराणसी पुलिस ने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय आईआईटी परिसर में बीटेक की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म करने वाले तीनों बलात्कारी युवकों को गिरफ्तार कर लिया। इन तीनों दुष्कर्मियों का भाजपाई होना प्रमाणित हो चुका है। कुणाल पांडेय, अभिषेक चौहान व सक्षम पटेल के फोटो बड़े भाजपा नेताओं के साथ सामने आये हैं। पहली नवंबर, 2023 को हुई इस पैशाचिक घटना के बाद पूरी वाराणसी हिल गई थी।
ज्ञात हुआ है कि आरोपियों का पता घटना के 5 दिनों बाद ही पुलिस को लग गया था तो 60 दिनों बाद गिरफ्तारी क्यूं हुई? क्या पुलिस पर कोई दबाव था?
भाजपाई बिहार, प. बंगाल और सपा के जंगलराज की खूब चर्चा करते हैं। अभी कुछ दिनों पूर्व उत्तर प्रदेश में एक भाजपा विधायक को दुष्कर्म में सजा हुई। कर्नाटक में चुनाव से पूर्व एक भाजपा विधायक के घर से 6 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद हुई। ऐसी और भी कुछ घटनाएं हैं। यह ठीक है कि मोदी योगी के दमन पर कोई दाग नहीं है लेकिन उन्हें इस स्थिति में पार्टी की साफ-सफाई करने की मुहिम चलानी पड़ेगी, क्यूंकि भाजपा खुद को सुसंस्कृत, सभ्य व राष्ट्रवादी पार्टी के रूप में पेश करती है। वाराणसी कांड के दोषियों को कड़ा दंड दिलाने की मिसाल पेश करना अति आवश्यक है।
गोविन्द वर्मा
संपादक ‘देहात’