पांच सेकंड में ढह गया पहाड़, तीन जगह भूस्खलन से रुकी वैष्णो देवी यात्रा

कटड़ा। श्री माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर सोमवार सुबह बाणगंगा क्षेत्र में हुए भीषण भूस्खलन से अफरा-तफरी मच गई। घटना के समय मौजूद श्रद्धालुओं ने बताया कि तेज बारिश के बीच पहाड़ी से अचानक पत्थर गिरने लगे और कुछ ही सेकंड में पूरा इलाका चपेट में आ गया। हादसे में कुछ श्रद्धालुओं को हल्की चोटें आई हैं, लेकिन कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।

हरियाणा के यमुनानगर निवासी श्रद्धालु राजेंद्र भल्ला ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ दर्शन के लिए रवाना हुए थे और बाणगंगा में प्रीपेड काउंटर के पास घोड़े की सेवा लेने पहुँचे थे, तभी पत्थरों की बरसात शुरू हो गई। मौके पर मौजूद पिट्ठू, घोड़ा व पालकी सेवाओं से जुड़े मजदूरों ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए श्रद्धालुओं को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

5 सेकंड में ढह गई पहाड़ी

एम टेक कंपनी के कर्मचारी निखिल ठाकुर, जो प्रीपेड काउंटर पर श्रद्धालुओं को सेवा पर्ची दे रहे थे, ने बताया कि कुछ ही पलों में पूरी पहाड़ी ढह गई। वह और उनके साथी तुरंत बाहर भागे, लेकिन तब तक कई श्रद्धालु पत्थरों की चपेट में आ चुके थे।

श्राइन बोर्ड ने एहतियातन यात्रा की अस्थायी रोक

भूस्खलन की सूचना मिलते ही श्राइन बोर्ड ने दोपहर 12 बजे माता वैष्णो देवी यात्रा को रोक दिया। इसके बाद विभिन्न क्षेत्रों में मलबा हटाने का कार्य जारी रहा। करीब तीन घंटे बाद, दोपहर 3 बजे यात्रा को फिर से बहाल कर दिया गया। इस दौरान कटड़ा से भवन की ओर लगभग 9200 श्रद्धालु रवाना हो चुके थे।

भूस्खलन से कटड़ा-जम्मू मार्ग भी प्रभावित

लगातार बारिश के कारण कटड़ा-जम्मू मार्ग पर नोमई क्षेत्र में भी भूस्खलन हुआ, जिससे यातायात व्यवस्था बाधित हो गई। सभी प्रकार के वाहनों को वैकल्पिक पैंथल-ककड़ियाल मार्ग की ओर मोड़ा गया है। फिलहाल, वाहन इसी मार्ग से कटड़ा और उधमपुर के बीच आवागमन कर रहे हैं।

सभी संवेदनशील स्थानों पर तैनात की गई एंबुलेंस

श्राइन बोर्ड ने एहतियात के तौर पर बाणगंगा, अर्धक्वारी, सांझी छत, भवन परिसर, हिमकोटि व ताराकोट जैसे संवेदनशील स्थानों पर एंबुलेंस और राहत टीमें तैनात की हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता दी जा सके।

मौसम अभी भी बना है चुनौती

रविवार रात से जारी भारी वर्षा सोमवार को भी थमी नहीं है। लगातार हो रही बारिश के चलते यात्रा मार्ग के कई हिस्सों में मलबा जमा है, जिसे हटाने का कार्य जारी है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से श्राइन बोर्ड के दिशा-निर्देशों का पालन करने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।

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