मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में शुक्रवार को एक बेहद दुखद हादसा हुआ, जिसमें तीन स्कूली छात्रों की जान चली गई। यह हादसा सूआतला थाना क्षेत्र के विल्धा गांव के पास स्थित एक जंगल में झरने में हुआ, जहां तीनों किशोर नहाने गए थे। झरने में दो शव तैरते देख स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी।
पुलिस और राहत दल ने मौके पर पहुंचकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया और देर रात तीसरे छात्र का शव भी पानी से बरामद कर लिया गया। मृतकों की पहचान तनमय शर्मा (संस्कार सिटी), अश्विन जाट (धुवघट) और अक्षत सोनी (गोकुल नगर) के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, तनमय चावरा विद्यापीठ में कक्षा 12 का छात्र था, जबकि अश्विन और अक्षत उत्कृष्ट विद्यालय में पढ़ाई कर रहे थे।
छुट्टी के दिन स्कूल जाने का बहाना कर निकले थे छात्र
परिजनों के अनुसार, शुक्रवार को स्कूल बंद था, बावजूद इसके तीनों छात्र पढ़ाई का बहाना बनाकर घर से निकले थे लेकिन शाम तक लौटे नहीं। काफी देर तक कोई जानकारी न मिलने पर परिवार ने थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई। पुलिस को घटनास्थल से छात्रों के बैग और कपड़े झरने के किनारे मिले, जिससे अनुमान लगाया गया कि वे नहाने के लिए पानी में उतरे थे और गहराई या फिसलन की वजह से डूब गए।
खतरनाक है यह झरना, नहीं हैं कोई सुरक्षा उपाय
स्थानीय लोगों का कहना है कि विल्धा और इंदिरा नगर के वॉटरफॉल पहले भी हादसों के लिए बदनाम रहे हैं, लेकिन यहां न तो किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था है और न ही चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं। युवाओं द्वारा लापरवाही या असामाजिक गतिविधियों के चलते पहले भी घटनाएं हो चुकी हैं, मगर प्रशासन द्वारा ठोस कदम नहीं उठाए गए।
घटना के बाद तीनों परिवारों में मातम पसरा है और परिजनों की हालत बेहद खराब है। पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।