नवी मुंबई के नर्सिंग छात्र की आत्महत्या, प्राचार्या पर उत्पीड़न का आरोप


नवी मुंबई स्थित एक निजी नर्सिंग कॉलेज में पढ़ रहे बीएससी नर्सिंग के छात्र ने आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार, छात्र को कॉलेज की प्राचार्या द्वारा अपमानित किया गया था और उसके साथ जातिसूचक भाषा का इस्तेमाल किया गया था। इसी आधार पर छात्र की मां की शिकायत पर प्राचार्या के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

छात्र का संबंध अनुसूचित जाति से, छत्रपति संभाजीनगर का निवासी
जानकारी के मुताबिक मृतक छात्र महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर का रहने वाला था और पनवेल क्षेत्र स्थित कॉलेज के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा था। 3 जून को उसने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। एफआईआर के अनुसार, कॉलेज की प्राचार्या छात्र के साथ लगातार अभद्र व्यवहार कर रही थीं और सार्वजनिक रूप से जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर उसे नीचा दिखा रही थीं।

मानसिक प्रताड़ना से टूट गया छात्र
प्राथमिकी में यह भी आरोप लगाया गया है कि प्राचार्या ने छात्र की मर्दानगी को लेकर भी अनुचित टिप्पणियां की थीं। लंबे समय से जारी मानसिक दबाव और अपमान के कारण छात्र ने यह कठोर कदम उठाया। पुलिस ने मामले में गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है, हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

जांच जारी, स्टाफ और गवाहों के बयान लिए जा रहे
पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है। संबंधित कॉलेज स्टाफ और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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