75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रविवार को कुल 1,380 पुलिसकर्मियों को वीरता और उत्कृष्ठ सेवा के लिए पुलिस मेडल से सम्मानित किया जाएगा. केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक, इनमें से दो पुलिसकर्मियों को वीरता के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और 628 पुलिस कर्मियों को वीरता के लिए पुलिस पदक (PMG) दिया जाएगा. साथ ही उत्कृष्ठ सेवा के लिए 88 पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति के पुलिस पदक और 662 को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस मेडल से सम्मानित किया जाएगा.
वीरता के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (PPMG) में एक जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसआई अमरदीप और एक सीआरपीएफ जवान काले सुनील दत्तात्रेय (मरणोपरांत) को सम्मानित किया जाएगा. गृह मंत्रालय के अनुसार, इस बार जम्मू-कश्मीर के कुल 275 पुलिसकर्मियों को उनकी वीरता और सेवा के लिए मेडल से सम्मानित किया जा रहा है. वहीं वीरता के लिए मेडल पाने वालों में जम्मू-कश्मीर पुलिस के 256, सीआरपीएफ के 150, आईटीबीपी के 23, ओडिशा पुलिस के 67, महाराष्ट्र से 25, छत्तीसगढ़ से 21 और बाकी राज्यों के पुलिसकर्मी शामिल हैं.
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के कुल 23 जवानों में 20 को मई-जून, 2020 में पूर्वी लद्दाख की झड़पों में बहादुरी के लिए सम्मानित किया गया है. यह सीमा पर आमने-सामने की भीषण झड़पों/ सीमा की रक्षा करने वाले कर्तव्यों में अपने जवानों की बहादुरी के लिए ITBP को दिए गए सबसे अधिक वीरता पदक हैं.
आईटीबीपी के मुताबिक, 15 जून 2020 को गलवान घाटी में 8 कर्मियों को वीरता, उच्च कोटि की रणनीति, सामरिक अंतर्दृष्टि और मातृभूमि की रक्षा के लिए पीएमजी से सम्मानित किया गया है. 18 मई, 2020 को फिंगर 4 क्षेत्र में झड़प के दौरान 6 कर्मियों को वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए पीएमजी से सम्मानित किया गया है. 18 मई, 2020 को लद्दाख में ही हॉट स्प्रिंग्स के पास वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए 6 कर्मियों को पीएमजी से सम्मानित किया गया है. इसके अलावा, छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों में साहस, धैर्य और दृढ़ संकल्प प्रदर्शित करने के लिए 3 जवानों को पीएमजी से सम्मानित किया गया है.