सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने शनिवार को पूर्वी लद्दाख में चल रहे भारत-चीन सीमा विवाद पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख में स्थिति स्थिर है, लेकिन यह अप्रत्याशित है। जनरल पांडे ने कहा कि जहां तक पीएलए (चीन की सेना) के बलों का सवाल है, हम 17वें दौर की वार्ता के लिए सही तारीख का इंतजार कर रहे हैं। यह सिलसिला लगातार जारी है।
सेना प्रमुख ने आगे कहा, हम सभी जानते हैं कि चीनी क्या कहते हैं और वे जो करते हैं, वह बिल्कुल अलग हैं। यह भी उनके स्वभाव और चरित्र का हिस्सा है। हमें उनकी बातों पर ध्यान देने के बजाय उनके कार्यों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
जनरल पांडे ने एक थिंक टैंक को संबोधित करते हुए कहा कि भारत शेष मुद्दों के समाधान के लिए चीन के साथ उच्च स्तर की सैन्य वार्ता के अगले दौर को लेकर आशावादी है। हम 17वें दौर की वार्ता की तारीख पर विचार कर रहे हैं।
‘चाणक्या डायलॉग्स’ को संबोधित करते हुए सीमावर्ती इलाकों में चीन के बुनियादी ढांचा विकसित करने पर थलसेना प्रमुख ने कहा कि यह लगातार हो रहा है। भारतीय थलसेना की तैयारियों के बारे में उन्होंने कहा कि सर्दियों के मौसम के अनुकूल तैयारी जारी है। अपने हितों की सुरक्षा के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हमारे कार्यों को बहुत सावधानीपूर्वक समायोजित करने की जरूरत है।