दिल्ली में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे आरोप-प्रत्यारोप भी बढ़ते जा रहे हैं. शनिवार को आम आदमी पार्टी ने नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल की गाड़ी पर हमले का आरोप लगाया. आम आदमी पार्टी ने कहा कि केजरीवाल की कार पर पत्थर से हमला किया गया. दूसरी ओर बीजेपी ने आरोप लगाया है कि चुनाव प्रचार के समय केजरीवाल ने अपनी गाड़ी से दो समर्थकों को कुचलने का प्रयास किया. दोनों तरफ से एक दूसरे पर आरोप लगाए जा रहे हैं.
केजरीवाल पर हुए हमले को लेकर आम आदमी पार्टी ने सीधे-सीधे बीजेपी पर हमला बोला है. आम आदमी पार्टी ने की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने BJP पर हमला बोलते हुए कहा कि हाल ही में MHA ने खतरे की जानकारी दी थी, लेकिन ये नहीं बताया था कि खतरा किससे है. आज बीजेपी ने केजरीवाल जी पर पत्थर से हमला करवाया है. आज तक नई दिल्ली विधानसभा में इस तरह की हरकत कभी नहीं हुई थी. इस विधानसभा में हाई प्रोफाइल लोग रहते हैं, चुनाव आयोग का दफ्तर भी है.
‘परवेश वर्मा पैसे बांटने के बाद भी बौखला गए हैं’
कक्कड़ ने आगे कहा कि परवेश वर्मा बौखला गए हैं कि इतना पैसा बंटवाने के बाद भी जनता आम आदमी पार्टी के साथ है. बीजेपी किसी भी तरीके से नई दिल्ली विधानसभा में शांतिपूर्वक चुनाव नहीं होने दे रही है. चुनाव आयोग को परवेश वर्मा की काली करतूत दिखाई नहीं दे रही है. बीजेपी के ट्रेडमार्क हिंसा पर उतारू है. इसकी जितनी कड़ी निंदा की जाए वो कम है.
AAP ने परवेश वर्मा के दावे को बताया गलत
उन्होंने कहा कि परवेश वर्मा की ओर से जो दावा किया जा रहा है वो झूठ है. बीजेपी के स्थानीय गुंडों की ओर से यह हमला किया गया. परवेश वर्मा के पास अगर कोई वीडियो है तो उन्हें दिखाना चाहिए. ये लोग केजरीवाल को जान से मारना चाहते हैं. इससे पहले जब केजरीवाल जेल में थे तो इन लोगों ने उन्हें इंसुलिन नहीं दी. हम इस पूरे मामले पर लीगल एक्शन भी ले सकते हैं. लीगल टीम इस मामले को देख रही है. पुलिस को प्रवेश वर्मा और उनके गुंडों को हिरासत में लेकर पूछताछ करनी चाहिए.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि नई दिल्ली सीट पर चुनाव प्रचार करते समय केजरीवाल की कार पर पत्थर फेंका गया. आप ने हमले का आरोप बीजेपी पर उसके उम्मीदवार परवेश वर्मा के गुंडों पर लगाया है. दूसरी ओर परवेश वर्मा ने कहा है कि केजरीवाल ने अपनी कार से उनको दो समर्थकों को कुचलने का प्रयास किया था. दो लोगों को अस्पताल भी ले जाया गया था. दोनों ही पार्टियों की ओर से दो दावे किए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि आखिर शुरुआत किधर से हुई और किसने की.