दुनिया के धनकुबेरों में शुमार भारतीय उद्योगपति मुकेश अम्बानी के बेटे अनन्त अम्बानी का पाणिग्रहण संस्कार एवं स्वागत समारोह मुम्बई में 14 जुलाई को सम्पन्न हो गया। अनन्त-राधिका के विवाह की चर्चा भारत में ही नहीं, दुनिया भर में हुई है।
वर-वधु को आशीर्वाद देने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वागत समारोह में उपास्थित थे। श्री मोदी का अम्बानी परिवार के पारिवारिक समारोह में उपस्थित होना स्वाभाविक है, क्यूंकि वे देश के प्रधानमंत्री हैं। जिस समारोह में अमेरिका, ब्रिटेन, कतर, तंजानिया के पूर्व प्रधानमंत्रीगण, राष्ट्रपति, विदेश मंत्री शामिल हुए हों, उसमें मोदी जी का सम्मिलित होना तो बनता ही था।
लेकिन अम्बानी-अदानी को दिन-रात पानी पी-पी कर कोसने वाले, सड़कों और संसद में अम्बानी-अम्बानी चिल्लाने वाले नेता अम्बानी के समारोह में हाजरी लगाने क्यूं पहुंचे?
मुकेश अम्बानी ने अतिथियों को लाने ले जाने के लिए 100 चार्टर वायुमान बुक किए थे। अधिकांश इंडी गठबंधन के नेता इन्हीं मुफ्त के हवाई जहाजों से आए और गए। कांग्रेस पार्टी की सुप्रीमो सोनिया गांधी भी अम्बानी की हाजरी देने मुंबई पहुंची, जिनके साहिबजादे उठते-बैठते सोते-जागते अम्बानी-अडानी को कोसते हैं। उनके सिर पर अम्बानी का मीनिया सवार है।
अनन्त-राधिका की शादी समारोह के दौरान फेसबुक पर एक पोस्ट डाली गई जिसमें यह दर्शाने की नाकाम कोशिश की गई है कि राहुल गांधी ने मुम्बई जा कर अम्बानी के सामने सिर नहीं झुकाया। राहुल की माँ तो सिर झुकाने चली गईं, क्या पूरे खानदान को जाना था? दिल को बहलाने को ‘ग़ालिब’ ये ख़याल अच्छा है।
लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, मीसा भारती, बहू राजश्री यादव, पूरे खानदान ने मुफ्त के जहाज का फ़ायदा उठाया। अम्बानी-अदानी को बेशुमार गालियां देने वाले राहुल किस मुंह से जाते?- ‘काबा किस मुँह से जाओगे ग़ालिब, शर्म तुमको मगर नहीं आती।’
समाजवाद के झंडाबरदार और पूंजीपतियों, उद्यमियों-कॉरपोरेटर्स को चौबीसों घंटे गरिमाने वाले अखिलेश यादव भी सपत्नीक उपस्थिति दर्ज कराने पहुंचे।
खुद को पूंजीपतियों का जानी दुश्मन बताने वाली ममता बनर्जी तो एक दिन पहले ही, मुंबई धमक गईं। दिग्विजय सिंह, सलमान खुर्शीद, एमके स्टालिन, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, सुप्रिया सुले, सब की हाजरी लगी।
7 लाख रुपये का शादी कार्ड था। मुफ्त की हवाई यात्रा थी। दो करोड़ रुपये की रिस्ट वाच थी। लाखों के उपहार थे। अम्बानी ने सब को सब की औकात बता दी। गाली देने वाले खिसिया कर गाली नहीं देंगे, शादी पर भद्दे कमेंट नहीं करेंगे तो और क्या करेंगे ? इन्हें तो ताउम्र यही करना है।
गोविन्द वर्मा