पक्ष-विपक्ष मिलकर बनाएंगे ‘नए भारत का नया उत्तर प्रदेश’ : योगी

लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष लोकतंत्र के दो पहिए हैं। दोनों अगर सकारात्मक भाव के साथ लोककल्याण के लिए कार्य करें तो उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता के सर्वांगीण विकास के कार्यों को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाकर नए भारत का नया उत्तर प्रदेश बनाने में अपना योगदान दे सकते हैं। मुख्यमंत्री योगी मंगलवार को विधानसभा में अध्यक्ष पद पर निर्वाचित होने के बाद सतीश महाना के अभिनन्दन में यह बातें कहीं। उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के अध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से सतीश महाना को चुना गया। इस दौरान विपक्ष के नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष को सदन चलाने में पूर्ण सहयोग देने की बात कही। विधानसभा अध्यक्ष ने भी सभी दलों के नेताओं का आश्वस्त किया कि वह सभी को अपनी बात रखने का समान अवसर देंगे।

उन्होंने कहा कि 18वीं विधानसभा में हम सब मिलकर इस सदन की उच्च मयार्दाओं और परंपराओं को आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष के रूप में सतीश महाना का सर्वानुमति से निर्वाचन एक अच्छी शुरूआत है।

योगी ने कहा कि जनता कभी नकारात्मकता को स्वीकार नहीं करती। नकारात्मकता के लिए जनता के हृदय में कोई स्थान नहीं है, जो सकारात्मक होगा, जो लोक कल्याण का कारण होगा, जनता उसी को अंगीकार करती है। हमारे समाज और देश ने नकारात्मकता को कभी स्थान नहीं दिया। नकारात्मकता जीवन में कभी प्रगति नहीं कर सकती है। सकारात्मकता से ही हम न केवल प्रगति के मार्ग को आगे बढ़ा सकते हैं, बल्कि सकारात्मकता के भाव से ही लोक कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त कर सकते हैं। आज जब देश की अपेक्षाएं उत्तर प्रदेश जैसे राज्य से हो, दुनिया जब अपने द्वंद में उलझी हुई हो, उन स्थितियों में भारत से जो अपेक्षाएं हैं, भारत उस प्रकार की अपेक्षाएं उत्तर प्रदेश से रखता है। उत्तर प्रदेश को उन अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए अपने आपको तैयार करना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में जब सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलकर इस अभियान का सहभागी बनता है तो एक और एक दो नहीं होता, बल्कि वह 11 की ताकत बनकर मजबूती के साथ लोकतंत्र की इस व्यवस्था न केवल पुष्ट करता है, बल्कि इसे और भी मजबूती के साथ आगे बढ़ाने का कार्य करता है।

सीएम योगी ने कहा कि मार्च के प्रथम सप्ताह तक चुनाव के दौरान एक दूसरे पर आरोप, प्रत्यारोप, आक्षेप और बयानबाजियों का जो दौर चलता रहा, हर दल अपने अनुसार करता था। आज चुनाव संपन्न हो चुके हैं। अब हमें विकास के बारे में सोचना है। उत्तर प्रदेश के उत्थान के बारे में सोचना है। उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ की जनता के हितों के संवर्धन के बारे में सोचना है। युवाओं, महिलाओं, किसानों, मजदूरों और उन सभी दबे कुचले लोगों के बारे में जिनकी आवाज को देने का माध्यम लोकतंत्र ने एक वोट के रूप में दिया है, उस आवाज को भी आगे बढ़ाकर शासन की योजनाओं से मजबूती से जोड़ने का कार्य अब सदन करे। इस विश्वास के साथ उसका एक प्रतिरूप आज विधानसभा अध्यक्ष के रूप में सर्वसम्मति से आपकी चयन की प्रक्रिया का होना, इस बात से और मजबूत करता है कि हम सब मिलकर इस सदन की उच्च मयार्दाओं और परंपराओं को आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे। आपका चयन उसका एक उदाहरण भी है।

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