दक्षिणी लेबनान में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी हैं। यह प्रदर्शन अमेरिकी दूत टॉम बैरक द्वारा अरब पत्रकारों के लिए की गई अपमानजनक टिप्पणियों के बाद भड़क उठे। उनके बयान में पत्रकारों को असभ्य और अनुशासनहीन बताया गया था, जिससे लेबनान और अन्य अरब देशों में गुस्सा फैल गया। इसी कारण अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को खियाम और टायर की अपनी योजना की यात्रा रद्द करनी पड़ी।
मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में पत्रकारों से बात करते हुए टॉम बैरक ने कहा था कि “हम अलग नियम लागू करेंगे, एक पल के लिए चुप रहें” और धमकी दी कि “जब स्थिति अराजक होगी, हम चले जाएंगे।” उनके इस बयान को पूरे लेबनान और अरब जगत में अपमानजनक माना गया।
विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी
दक्षिणी लेबनान के सीमावर्ती गांवों के लोग खियाम में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। उन्होंने अमेरिकी हस्तक्षेप और इजराइल के हमलों के लिए अमेरिका के समर्थन की कड़ी निंदा की। प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी बयानों को अस्वीकार करते हुए देश की संप्रभुता बनाए रखने और हिजबुल्लाह तथा इजराइल के बीच संतुलन बनाए रखने पर जोर दिया।
हिजबुल्लाह का रुख
अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल हिजबुल्लाह को हथियार छोड़ने के लिए दबाव डाल रहा है। कांग्रेस सदस्य जीन शाहीन ने कहा कि अमेरिका का उद्देश्य हिजबुल्लाह को निरस्त्र करना है। वहीं हिजबुल्लाह ने स्पष्ट किया कि इजराइल की मौजूदगी समाप्त किए बिना वे अपने हथियार नहीं छोड़ेंगे।