लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि भाजपा शासन में उत्तर प्रदेश पूर्ण रूप से अव्यवस्था और अराजकता की गिरफ्त में है। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बदहाल हो चुकी है, बिजली आपूर्ति चरमराई हुई है और किसानों को खाद की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार खाद की कालाबाजारी और जमाखोरी रोकने में पूरी तरह विफल रही है। किसानों की समस्याएं लगातार बढ़ रही हैं लेकिन सरकार ध्यान नहीं दे रही।
उन्होंने जारी बयान में आरोप लगाया कि राज्य के कई जिले बाढ़ से प्रभावित हैं, जहां लाखों लोग भोजन, आश्रय, दवाइयों और इलाज की कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। सपा अध्यक्ष के अनुसार, सरकार की ओर से न तो राहत मिल रही है और न ही प्रभावी बचाव कार्य किए जा रहे हैं।
हर वर्ग को मिला धोखा
सपा प्रमुख ने कहा कि प्रदेश में लूट, भ्रष्टाचार और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। भाजपा सरकार के नौ वर्षों के शासनकाल में किसानों, युवाओं, महिलाओं और आम जनता सभी को केवल वादों के नाम पर छलावा मिला है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि इसके सभी दावे खोखले साबित हुए हैं और यह शासन उत्तर प्रदेश के लिए अभिशाप बन गया है।
एसआईआर को बताया संविधान विरोधी कदम
बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह संविधान विरोधी प्रयास है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा जनता का मतदान का अधिकार छीनना चाहती है ताकि उसके खिलाफ वोट न पड़े। उन्होंने इसे लोकतंत्र के मूल अधिकारों का उल्लंघन बताया।
उत्तरकाशी त्रासदी पर जताई गहरी चिंता
उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में आई प्राकृतिक आपदा पर अखिलेश यादव ने चिंता जताई और वहां चल रहे राहत और बचाव कार्य को युद्धस्तर पर तेज करने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक का जीवन अनमोल है और पहाड़ी क्षेत्रों में आपदाएं जिस तेजी से बढ़ रही हैं, वह गंभीर चिंता का विषय है। सपा अध्यक्ष ने केंद्र और राज्य सरकार से त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की मांग की।