तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति बने शी जिनपिंग

नेशनल पीपल्स कांग्रेस (NPC) की 14वीं बैठक में शी जिनपिंग (Xi Jinping) के तीसरी बार राष्ट्रपति बनने पर मुहर लग गई है जिससे उनकी ताकत और ज्यादा बढ़ जाएगी. शुक्रवार (10 मार्च) को उन्हें राष्ट्रपति के रूप में तीसरा कार्यकाल दिया गया. जारी बैठक में जिनपिंग ने चीनी सरकार और अर्थव्यवस्था पर पकड़ और मजबूत की है. 

दरअसल, चीन की संसद नेशनल पीपल्स कांग्रेस ने रविवार (5 मार्च) को अपनी सालाना बैठक की शुरुआत कर दी थी. यह बैठक हफ्तेभर से जारी है. इसमें 69 वर्षीय शी को कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा. उनकी जीरो-कोविड नीति को लेकर भी कई सवाल उठे. हालांकि, उन्होंने इन सबसे पार पा लिया है. सांसदों ने इन सब आरोपों के बजाय बीजिंग के विज्ञान मंत्रालय और तकनीकी क्षमताओं के व्यापक सुधार पर ध्यान केंद्रित किया है. 

रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में शी जिनपिंग का कार्यकाल तीसरी बार बढ़ाया गया है. जिससे चीन में उनकी ताकत को और मजबूती मिलेगी. उनकाे राज्याभिषेक ने उन्हें आधुनिक चीन का सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाला राज्य प्रमुख बनने बना दिया है. इसका मतलब यह होगा कि शी अपने 70 के दशक में अच्छी तरह से शासन करेंगे और अगर कोई चुनौती सामने नहीं आती है तो उनका कार्यकाल और भी लंबे समय तक रहेगा. 

सेना पर 18 लाख करोड़ खर्च करेगा चीन 

उनका तीसरा कार्यकाल ऐसे समय पर शुरू हो रहा है जब दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था धीमी गति से बढ़ रही है. हालांकि, इस बैठक में फैसला लिया गया है कि इस साल चीन अपनी रक्षा पर साल 2023 में 18 लाख करोड़ रुपए खर्च करेगा. जो भारत के डिफेंस बजट से लगभग 3 गुना ज्यादा है. वहीं, 2023 के लिए चीन की इकोनॉमिक ग्रोथ के टारगेट को 5 प्रतिशत रखा है. 

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