उत्तर प्रदेश में सात सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सताधारी दल भाजपा ने जहां अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं, वहीँ सीएम योगी भी मुख्य मोर्चा संभालते हुए अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों की जिम्मेदारी तय कर दी है. योगी ने अपने मंत्रियों को विधानसभा का प्रभार देकर क्षेत्र में रहने को कहा है. उपचुनाव की तैयारियों को लेकर जौनपुर की मल्हनी सीट के साथ ही देवरिया का दौरा कर चुके सीएम योगी प्रतिदिन एक विधानसभा के कार्यकर्ताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बात कर रहे हैं. अपनी इसी तैयारियों के क्रम में शनिवार को मुख्यमंत्री तथा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने देवरिया सदर विधानसभा क्षेत्र के मंडल, सेक्टर और बूथ के प्रमुख पदाधिकारियों की वर्चुअल बैठक को संबोधित किया. मुख्यमंत्री योगी ने अपने संबोधन में जहां विपक्षी दलों के परिवारवाद पर हमला बोला तो वहीँ पूर्वांचल की इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी को लेकर तंज कसा. बसपा काल में चीनी मीलों की बिक्री का भी अप्रत्यक्ष रूप से बिना नाम लिए सवाल खड़ा किया.
भाजपा के विकास से परेशान विपक्ष सरकार को बदनाम करने का उठा रहा हथकंडा अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि विकास की असली शुरुआत तो छह साल पहले केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में भाजपा की सरकार बनने के साथ हुई. प्रधानमंत्री के ही मार्गदर्शन में वही काम अब उत्तर प्रदेश में हो रहा है. चौतरफा विकास के नाते भाजपा की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है. जनता में एक सकारात्मक भाव पैदा हुआ है. ऐसे में कोई मौका न देखकर इन दलों की नाखुशी अब हताशा में बदल चुकी है. लिहाजा वे सरकार को बदनाम करने का हर हथकंडा अपना रहे हैं पर इनके मंसूबे कभी पूरे नहीं होने वाले.
बगैर नाम लिए सपा, बसपा और कांग्रेस पर बोला हमला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस की घटना का अप्रत्यक्ष रूप से जिक्र करते हुए कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों पर हमला किया. मुख्यमंत्री ने लोगों से विपक्ष की विभाजनकारी नीतियों से सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि विपक्षी दलों की सोच घटिया व इरादे खतरनाक हैं और विभाजन उनके डीएनए में है. मुख्यमंत्री के निशाने पर प्रमुख विपक्षी दल सपा, बसपा व कांग्रेस थे.
योगी अपने संबोधन में किसी दल का नाम लिए बगैर कहा कि इनके लिए अपने खानदान का हित ही सर्वोपरि है, बाकी सब गौण, इन्होंने पहले देश को बांटा और अब जाति, संप्रदाय, मजहब और क्षेत्र के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. 15 साल तक प्रदेश की सत्ता पर काबिज रहने वाली बसपा और सपा के पास उपलब्धि के नाम पर सिर्फ भ्रष्टाचार और अराजकता है. समय-समय पर इन दलों ने अपने हित में लोकतंत्र और संविधान का गला घोंटा है. इनका विकास सिर्फ नारों और भाषणों तक सीमित रहा है.
इंसेफेलाइटिस जैसी गंभीर बीमारी के रोकथाम को लेकर पिछली सरकारों पर सवाल खड़े किये तो बसपा काल में चीनी मीलों की बिक्री का भी किया जिक्र योगी ने पूर्वांचल में हर साल महामारी की तरह फैलने वाली इंसेफेलाइटिस बीमारी को लेकर विपक्षी दलों पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि 1974 से 2017 के बीच इस बीमारी से पूर्वांचल के करीब 50 हजार मासूमों की मौत हुई जिसमें अधिकांश गरीबों के बच्चे थे. लेकिन इसपर किसी ने कभी आवाज नहीं उठाई लेकिन सिर्फ तीन वर्षों में हम इंसेफेलाइटिस को जड़ से समाप्त करने की ओर अग्रसर हैं.
बसपा काल में चीनी मिलों की बिक्री का जिक्र सीएम योगी ने बिना नाम लिए किया. उन्होंने कहा कि कभी ‘चीनी का कटोरा’ के नाम से पहचानी जाने वाली महर्षि देवरहवा बाबा की इस पावन धरती की सारी अर्थव्यवस्था गन्ने पर ही आधारित रही थी. लेकिन उनसे पूछिए जिनके कार्यकाल में एक-एक कर चीनी मिलें बिकती गईं. इन चीनी मीलों को किन लोगों ने औने-पौने दाम पर बेच दिया.
फिलहाल यहां की चीनी मिलों का मामला कोर्ट में है और फैसला होते ही पिपराइच और मुंडेरा की तरह देवरिया में भी आधुनिक चीनी मिलें बनेंगी. देवरिया में जल निकासी की समस्या के स्थायी समाधान के साथ ही मेडिकल कॉलेज अगले साल से शुरू हो जाएगा.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने मोदी और योगी के नेतृत्व को सराहा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का गौरव विश्व में बढ़ा है. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर है. उन्होंने कहा आज उत्तर प्रदेश में निवेश का एक सकारात्मक वातावरण बना है दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियों की नजरें हमारे उत्तर प्रदेश पर हैं जापान और अमेरिका जैसे देशों ने यहां निवेश करने की योजना बनाई है लेकिन प्रदेश में हो रहे इस परिवर्तन से सपा, बसपा व कांग्रेस जैसे दल परेशान हैं.