लखीमपुर खीरी की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार इस घटना के कारणों की तह में जाएगी और घटना में शामिल तत्वों को बेनकाब करेगी और दोषियों के विरुद्घ सख्त कार्रवाई करेगी।
उन्होंने कहा कि मौके पर शासन द्वारा अपर मुख्य सचिव, कार्मिक एवं कृषि, एडीजी कानून व्यवस्था, आयुक्त लखनऊ और आईजी लखनऊ मौजूद हैं और मामले की जांच कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि घटना में लिप्त जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि क्षेत्र के सभी लोग अपने घरों में ही रहें और किसी के बहकावे में न आएं। किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले जांच और कार्रवाई का इंतजार करें। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को गोरखपुर के दौरे पर थे पर घटना की जानकारी होने पर लखनऊ लौट आए। वहीं, एडीजी एलओ प्रशांत कुमार के साथ अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी को तुरंत लखीमपुर खीरी भेज दिया गया था।
बता दें कि लखीमपुर खीरी में रविवार को जमकर बवाल हुआ। आरोप है कि यहां तिकुनिया में उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के काफिले को काला झंडा दिखा रहे किसानों पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे ने कार चढ़ा दी। इसमें चार किसानों की मौत हो गई। आक्रोशित किसानों ने अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र की गाड़ी पर हमला कर दिया। किसी तरह आशीष जान बचाकर भाग गया, जबकि उसके ड्राइवर को भीड़ ने पीटकर मार डाला। मौके पर कई थानों की फोर्स लगा दी गई है।
किसानों का आरोप है कि वह कृषि कानूनों के खिलाफ और गृह राज्य मंत्री की किसानों के प्रति की गई टिप्पणी से आहत थे। इसके विरोध में उन्होने काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन करना तय किया था। इसलिए वह तिकुनिया कस्बे से थोड़ी दूर विद्युत उपकेंद्र के आगे बैरियर के पास खड़े थे, लेकिन उन्हें सूचना मिली थी कि सांसद के गांव बनवीरपुर जाने के लिए डिप्टी सीएम का मार्ग बदल गया है।
इसी दौरान खीरी सांसद अजय मिश्र टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू दो गाड़ियों से उसी रास्ते से निकले तो, किसानों ने उनकी गाड़ी को रोककर विरोध करने की कोशिश की। किसानों का आरोप है कि इस बीच सांसद पुत्र के ड्राइवर ने उन पर गाड़ी चढ़ा दी, जिससे कई किसान घायल हो गए। बाद में चार किसानों की मौत हो गई। एक मृतक किसान गुरविंदर सिंह पुत्र सुखविंदर सिंह बहराइच के मोहनिया गांव और दलजीत सिंह बंजारा टांडा गांव का रहने वाला था। वहीं, बजिंदर सिंह ग्राम बैरिया थाना निघासन गंभीर रूप से घायल हैं।