विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद प्रदेश में नई सरकार के गठन की कवायद शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राज्यपाल आनंदीेबेन पटेल को इस्तीफा सौंप दिया। जब तक नई सरकार का गठन नहीं हो जाता, योगी कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में काम करेंगे। होली के बाद नई सरकार के शपथ लेने की संभावना है।
18वीं विधानसभा की तस्वीर साफ होने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर मुख्य सचिव, कृषि उत्पादन आयुक्त समेत शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर भावी कार्यक्रमों पर चर्चा की। शाम को सीएम योगी ने अपने पहले कार्यकाल की अंतिम बैठक कर पद से इस्तीफा देने का फैसला किया। इसके बाद 5.30 बजे वह राजभवन पहुंचे और राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। वैसे तो मौजूदा योगी सरकार का कार्यकाल 15 मई तक है, लेकिन नतीजे आने के बाद योगी ने नई सरकार के गठन की दिशा में कदम बढ़ा दिया।
हालांकि सूत्रों का कहना है कि नई सरकार के औपचारिक रूप से गठन की प्रक्रिया भाजपा हाईकमान से विचार-विमर्श के बाद शुरू होगी। इसके बाद लखनऊ में पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक की मौजूदगी में विधानमंडल दल के नए नेता का चुनाव किया जाएगा। यह सारी कवायद अगले कुछ दिन में पूरी की जा सकती है और होली के बाद नई सरकार अस्तित्व में आएगी। पार्टी सूत्रों की मानें तो होलाष्टक चल रहा है, इसलिए भी होली से पहले नई सरकार बनने के आसार नहीं हैं।
अनुप्रिया पटेल ने की योगी से मुलाकात
नई सरकार के गठन के मद्देनजर भाजपा दफ्तर व मुख्यमंत्री आवास पर गतिविधियां काफी तेज हो गई हैं। नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों के साथ सहयोगी दलों के नेता भी योगी और भाजपा नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। अपना दल की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने भी शुक्रवार को सीएम योगी से मुलाकात की। नई सरकार में सहयोगी दलों को भी पर्याप्त हिस्सेदारी मिलना तय माना जा रहा है।
दिल्ली में अंतिम रूप
सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा के नेता जल्द ही दिल्ली जाएंगे जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह तथा पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में नई सरकार रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद ही नई सरकार के शपथ ग्रहण की तारीख का एलान होने की संभावना है।
18वीं विधानसभा के गठन की अधिसूचना जारी
निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को यूपी की 18वीं विधानसभा के गठन की अधिसूचना जारी कर दी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला तथा अन्य अधिकारियों ने राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सभी 403 नवनिर्वाचित सदस्यों की सूची सौंपी। अधिसूचना जारी होने के बाद विधानसभा चुनाव के लिए लागू आदर्श आचार संहिता समाप्त हो जाती है, लेकिन विधान परिषद की 36 सीटों के लिए 15 मार्च से शुरू हो रहे चुनाव के मद्देनजर अभी आचार संहिता प्रभावी रहेगी। इस दौरान अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता, निर्वाचन आयोग के सचिव अजय कुमार, अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी माला श्रीवास्तव व चन्द्रशेखर, विशेष कार्याधिकारी निर्वाचन अधिकारी रमेश राय, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी रत्नेश सिंह सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।गौरतलब है कि नवनिर्वाचित विधानसभा सदस्यों की सूची प्राप्त होने के बाद संविधान के अंतर्गत राज्यपाल नई सरकार के गठन की प्रक्रिया प्रारंभ करते हैं।
राम निवास होंगे अपना दल विधानमंडल दल के नेता
विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद अपना दल (एस) ने नव निर्वाचित विधायकों की जिम्मेदारियां तय करन के काम शुरू कर दिया है। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल की मौजूदगी में हुई विधायकों की बैठक में बहराइच के नानपारा के विधायक राम निवास वर्मा को अपना दल (एस) विधानमंडल दल का नेता और मिर्जापुर के छानबे सीट से विधायक चुने गए राहुल को उप नेता बनाने पर सहमति बन गई है। हालांकि इसकी अधिकारिक घोषणा होना बाकी है। बता दें कि राम निवास पहली बार विधायक चुने गए हैं, लेकिन वह पार्टी के पुराने सदस्य हैं और संगठन का काम करते रहे हैं। इस समय भी राम निवास पार्टी में राष्ट्रीय का काम देख रहे हैं और पहली बार विधायक चुने गए हैं। जबकि राहुल कोल लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए हैं।