बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ ने 6.86 करोड़ के सोने के साथ सात तस्करों को दबोचा

 कोलकाता। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल सीमांत अंतर्गत 68वीं वाहिनी के जवानों ने राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के साथ एक साझा अभियान में नदिया जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा से सटे इलाके में तस्करी के बड़े प्रयास को विफल कर 9.572 किलो सोने की बड़ी खेप के साथ सात तस्करों को गिरफ्तार किया है।

खुफिया सूचना पर लिया एक्शन

बीएसएफ ने शुक्रवार को एक बयान में बताया कि सोने को बांग्लादेश से तस्करी कर लाया गया था। जब्त सोने का बाजार मूल्य 6.86 करोड़ रुपये से अधिक है। अधिकारियों ने बताया कि एक खुफिया सूचना पर बीएसएफ व डीआरआई की टीम ने गुरुवार को नदिया के सीमानगर में स्टेट हाईवे संख्या 11 पर वाहनों की व्यापक तलाशी में सातों तस्करों को गिरफ्तार किया।

कार भी की जब्त

तस्करों के कब्जे से 9.572 किलो वजन के 16 सोने की ईंट और एक सोने का बिस्किट बरामद किया गया। साथ ही 11 लाख 58,500 रुपये की अवैध नकदी और सोने की डिलीवरी में इस्तेमाल एक मारुति इको कार भी जब्त की गई।

ऐसे सभी को सुरक्षाबलों ने दबोचा

बीएसएफ के जनसंपर्क अधिकारी व डीआइजी एके आर्य ने बताया कि बल के खुफिया विभाग को डीआरआई ने सोने की तस्करी के बारे में सूचना साझा की। इसके बाद संयुक्त टीम ने व्यापक तलाशी अभियान चलाया। जवानों ने एक संदिग्ध मारुति इको कार से 4.8 किलो सोना के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया।

इसके बाद चार अन्य तस्करों को भी 4.82 किलो सोने के साथ पकड़ा गया। पूछताछ के आधार पर करीमपुर के रामनगर गांव में एक संदिग्ध घर की तलाशी के दौरान एक और व्यक्ति को एक सोने के बिस्कुट और 11.58 रुपये की नकदी के साथ पकड़ा गया।

सभी तस्कर नदिया जिले के रहने वाले

गिरफ्तार मुख्य तस्कर की पहचान रफीक मंडल के रूप में हुई, जो नदिया के तेयपुर का रहने वाला है। इसके अलावा छह अन्य तस्करों की पहचान लाल, रवि, प्रदीप, दाऊद, सीमांतो व बिट्टू के रूप में हुई। सभी नदिया जिले के निवासी हैं।

पहले भी गिरफ्तार हो चुका तस्कर

प्रारंभिक पूछताछ के दौरान रफीक मंडल (बदला हुआ नाम) ने स्वीकार किया कि वह काफी दिनों से सोने की तस्करी में लिप्त है और कृष्णानगर में किसी अज्ञात व्यक्ति को यह सोने की खेप देने जा रहा था। इसके बदले उसे 3,000 रुपये मिलते थे। उसने खुलासा किया कि इससे पहले 2022 में उसे बीएसएफ ने 16 सोने के बिस्कुटों के साथ गिरफ्तार किया था। जिसका केस अभी भी चल रहा है।

दमदम स्टेशन पर सौंपते थे सोना

अन्य तस्करों ने खुलासा किया कि वे सभी करीमपुर के सीमावर्ती इलाके से सोने लेकर दमदम रेलवे स्टेशन पर अनजान व्यक्ति को सौंपने का काम करते हैं। इस काम के लिए उन्हें प्रति खेप दो से पांच हजार रुपये मिलते है। पकड़े गए सभी तस्करों व सोने को डीआरआई कोलकाता के हवाले कर दिया गया है।

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