लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद उत्तर प्रदेश की कई विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. ऐसे में सीसामऊ विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के दावेदारों के बीच अभी से जंग शुरू हो गई है. क्योंकि यूपी में कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन है ऐसे में दोनों ही पार्टियों के दावेदार इस सीट पर चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोंक रहे हैं. दरअसल, सीसामऊ विधानसभा सीट सोलंकी परिवार का गढ़ रही है. इरफान सोलंकी को सात साल की सजा होने के बाद से ही इस सीट पर उपचुनाव की संभावनाएं जताई जा रही थीं. जिसके चलते दावेदार अपनी पार्टी के शीर्ष नेताओं के यहां लगातार चक्कर काट रहे हैं और उन्हें भसोरा दिला रहे हैं कि इस सीट पर उनका दबदबा है.
बीजेपी और बसपा के दावेदार भी कर रहे घेराबंदी
कांग्रेस और सपा ही नहीं बल्कि बीजेपी और बसपा के दावेदार भी इस सीट पर घेराबंदी करने में लगे हैं. बता दें कि सीसामऊ विधानसभा सीट से 2022 में इरफान सोलंकी चुनाव जीते थे. इससे पहले भी वह लगातार यहीं से विधायक का चुनाव जीतते रहे हैं. हाल ही में जाजमऊ में आगजनी समेत अन्य मामलों में अदालत ने उन्हें सात साल की सजा सुनाई है. इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव तय माने जा रहे हैं. हाईकोर्ट से निर्णय के बाद भले ही हालात बदल जाएं लेकिन चुनाव के लिए दावेदारों ने अभी से अपनी सक्रियता जताना शुरू कर दी है.
दावेदारों के बीच छिड़ा घमासान
इंडिया गठंबंधन की साथी पार्टी कांग्रेस और सपा दोनों के दावेदारों के बीच घमासान शुरू हो गया है. सपाई अपना जोर लगाए हैं. तो वहीं कांग्रेस भी इस सीट पर अपनी दावेदारी कर रही है. बता दें कि सीसामऊ सीट सपा का गढ़ और सुरक्षित सीट है, जहां हर बार सपा का प्रत्याशी जीतता रहा है. ऐसे में जोर-आजमाइश और तगड़ी होने के आसार हैं. इंडिया गठबंधन में लोकसभा चुनाव में यह सीट कांग्रेस को मिली थी. कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहा. इस सीट पर पहली बार कोई कांग्रेस प्रत्याशी 4.22 लाख वोट पाया. लोकसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के बाद कांग्रेस से शहर अध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी, अंबरीश सिंह गौर, हर प्रकाश अग्निहोत्री समेत कई नेता लाइन में हैं.
सपा की ओर से इन नेताओं की मजबूत दावेदारी
वहीं बात करें समाजवादी पार्टी की तो इस सीट पर इरफान सोलंकी की पत्नी का मजबूत दावा है. वहीं हाजी मुश्ताक सोलंकी के बाद उनके बेटे इरफान सोलंकी ने परिवार की राजनीतिक विरासत संभाली. सपा शहर अध्यक्ष फजल महमूद, पूर्व विधायक सतीश निगम जैसे और कई दावेदार भी सामने आए हैं. वहीं शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी का कहना है कि विधानसभा चुनाव या उपचुनाव के लिए सपा से गठबंधन की स्थिति पर रणनीति तय की जाएगी.