पंजाब बोर्ड: ड्राइवर की बेटी ने लिए 100 प्रतिशत अंक, आईएएस बनना चाहते हैं पुनीत

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने शुक्रवार को घोषित किए 8वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में पहले तीन स्थान पर दो बेटियां रही हैं। पहले स्थान पर होशियारपुर का पुनीत वर्मा ने 100 फीसदी अकों के साथ टॉपर बना है। वहीं दूसरे स्थान पर फरीदकोट की नवजोत कौर ने भी 100 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। तीसरे नंबर पर अमृतसर की नवजोत कौर ने 600 में से 599 अंक लेकर टॉप-3 में जगह बनाई है।  

होशियारपुर के पुनीत वर्मा ने राज्य भर में प्रथम स्थान हासिल कर स्कूल व जिले का नाम रोशन किया है। चीफ खालसा दीवान के अधीन चल रहे श्री गुरु हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल मॉडल टाउन होशियारपुर के छात्र पुनीत वर्मा पुत्र अशोक वर्मा निवासी मोहल्ला गोकुल नगर ने 100 में से 100 अंक प्राप्त किए हैं। परिणाम आने के बाद पुनीत वर्मा के पंजाब से प्रथम आने की खबर सुनते ही घर में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। परिवार में बधाइयों का तांता लग गया। 

पुनीत वर्मा के पिता सिविल इंजीनियर अशोक वर्मा और माता नीतू वर्मा ने कहा कि यह सब ईश्वर की कृपा से संभव हो पाया है। पुनीत शुरू से ही प्रतिभाशाली रहा है, जो पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी अव्वल रहा है। पुनीत वर्मा ने कहा कि यह सब उनके माता-पिता की प्रेरणा व आशीर्वाद से संभव हो पाया है। स्कूल प्रिंसिपल और अध्यापकों के कुशल मार्गदर्शन के कारण उनकी कड़ी मेहनत सफल हुई है। 

स्कूल की प्रिंसिपल परमजीत कौर ने कहा कि पुनीत वर्मा की इस उपलब्धि पर स्कूल को गर्व है। पुनीत शुरू से ही कड़ी मेहनत और लग्न से पढ़ाई कर रहा है और इससे पहले भी कई उपलब्धियां हासिल कर चुका है। 

शतरंज में भी चैंपियन हैं पुनीत
8वीं कक्षा के परिणाम में राज्य में प्रथम स्थान पर रहे पुनीत वर्मा ने पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। पुनीत शतरंज में पंजाब चैंपियन रह चुका है और राष्ट्रीय स्तर तक खेल चुका है। वह शतरंज में ग्रैंड मास्टर बनना चाहता है और आईआईटी में प्रवेश लेना चाहता है। उनका लक्ष्य आईएएस अधिकारी बनना है।

फरीदकोट की नवजोत को भी 100 प्रतिशत अंक
8वीं कक्षा के नतीजे में फरीदकोट के गांव कोटसुखिया स्थित संत मोहन दास मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा नवजोत कौर ने 100 प्रतिशत अंक हासिल करके राज्य भर में दूसरा और जिला फरीदकोट में पहला स्थान हासिल किया है। मूलरूप से मोगा जिले के गांव डेमरू कलां की रहने वाली नवजोत कौर के पिता कर्णजीत सिंह पेशे से ड्राइवर हैं। बेटी के ही स्कूल वैन चलाते हैं। जबकि उसकी माता वीरपाल कौर गृहणी हैं। 

नवजोत के पिता कर्णजीत सिंह के अनुसार नवजोत कौर शुरू से ही पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी आगे रहती है। इस बार उसने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करके माता पिता, स्कूल व फरीदकोट जिले का नाम रोशन किया है। नवजोत कौर ने बताया कि वह उच्च शिक्षा हासिल करके अपने परिवार का नाम रोशन करना चाहती है। इस उपलब्धि के लिए शिक्षकों, माता पिता व उसकी बड़ी बहन का अहम योगदान रहा है। 

स्कूल के चेयरमैन राज थापर व प्रबंधक संदीप थापर ने कहा कि नवजोत कौर ने उनके स्कूल की परंपरा को कायम रखा है। उनके स्कूल के विद्यार्थी पिछले कई सालों से बोर्ड परीक्षाओं में राज्य स्तर पर मेरिट में आ रहे हैं, जिससे उनके स्कूल का नाम रोशन हो रहा है।

डॉक्टर बनना चाहती है अमृतसर की नवजोत कौर
आठवीं कक्षा के परिणाम में अमृतसर के गांव अड्डा नाथ दी खुही चन्नके के गुरु नानक पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल की नवजोत कौर ने 600 में से 599 अंक लेकर पंजाब में तीसरा स्थान हासिल कर जिले का नाम रोशन किया। नवजोत कौर के मेरिट में आने के बाद स्कूल परिसर में ढोल की थाप पर बच्ची के मां-बाप और प्रबंधक झूमते नजर आए। स्कूल प्रिंसिपल कुलजीत सिंह बाठ ने बताया कि पंजाब की मैरिट लिस्ट में 300 स्टूडेंट्स में से 46 अमृतसर के विभिन्न स्कूलो के है, जबकि 23 बच्चे उनके स्कूल के हैं। स्कूल ने अपनी पुरानी परंपरा पर कायम रहते इस बार भी पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के परिणाम में मेरिट में जगह बनाई है। नवजोत के पिता गुरमेज सिंह ने कहा कि उनकी बेटी ने पूरे पंजाब में उनका नाम रोशन किया है। नवजोत ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और स्कूल अध्यापकों को दिया। नवजोत कौर ने कहा कि उसका सपना बड़े होकर डाक्टर बन कर मरीजों व दीन-दुखियों की सेवा करना है।  

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