अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग के हमले के पीछे चीनी कनेक्शन, वरिष्ठ वकील ने किया दावा

वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी ने आरोप लगाया है कि चीनी लिंक वाले एक व्यापारी ने शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट तैयार करवाई थी, जिसके कारण अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों को झटका लगा। इस सप्ताह की शुरुआत में, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने कहा था कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक किंगडन कैपिटल मैनेजमेंट एलएलसी और उसकी संस्थाओं ने अप्रत्यक्ष रूप से अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयरों को शॉर्ट करने में हिंडनबर्ग की सहायता की थी। बाजार नियामक की एक जांच से यह भी पता चला है कि कोटक महिंद्रा और हिंडनबर्ग ने अदाणी के शेयरों में शॉर्ट पोजीशन लेने के लिए एक साथ साजिश रची।

एक्स पर एक लंबी पोस्ट में जेठमलानी ने कहा कि किंगडन कैपिटल मैनेजमेंट की आड़ में अमेरिकी व्यवसायी मार्क किंगडन ने अदाणी समूह पर एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए हिंडनबर्ग को काम पर रखा था। किंगडन ने अदाणी के शेयरों में कारोबार के लिए ऑफशोर फंड के साथ-साथ ऑफशोर अकाउंट स्थापित करने के लिए कोटक की अंतरराष्ट्रीय निवेश शाखा कोटक महिंद्रा इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड (केएमआईएल) से भी संपर्क किया।

इसके बाद कोटक इंडिया अपॉर्चुनिटी फंड (KIOF) का निर्माण हुआ। इस फंड ने कथित तौर पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट सार्वजनिक होने से पहले मॉरीशस के रास्ते से अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में शॉर्ट पोजीशन ली थी और इसके लिए लगभग 40 मिलियन डॉलर किंगडन मास्टर फंड की ओर से दिए गए थे।

वरिष्ठ वकील ने जिस स्मोकिंग गन का जिक्र किया, उससे पता चलता है कि किंगडन की पत्नी अनला चेंग, एक चीनी-अमेरिकी हैं, जिनकी किंगडन मास्टर फंड में बड़ी हिस्सेदारी है। वे संयुक्त राज्य अमेरिका में चीनी हितों के लिए एक लॉबिस्ट हैं।

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