एमजी पब्लिक स्कूल का विवाद, पुरानी प्रबंध समिति भंग

मुजफ्फरनगर। नगर की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था एमजी पब्लिक स्कूल में आज उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब पुरानी कमेटी को कालातीत घोषित कर दिए जाने के बाद भी उसके अध्यक्ष विद्यालय में चले गए।  वर्तमान कमेटी द्वारा पुलिस को सूचित करने पर थाना सिविल लाइन पुलिस भी मौके पर पहुंच गई जिसके बाद कुछ देर हंगामा हुआ और  पूर्व अध्यक्ष को वहां से वापस चले जाना पड़ा। 

मुजफ्फरनगर में सर्कुलर रोड पर प्रतिष्ठित एमजी पब्लिक स्कूल है, जिसके अध्यक्ष अभी तक नगर के प्रमुख उद्यमी टिहरी स्टील के सतीश गोयल थे। स्कूल की प्रबंध समिति को लेकर सतीश गोयल व अन्य ट्रस्टियों में विवाद चल रहा था, जिसमें सहारनपुर के सहायक रजिस्ट्रार सोसाइटी ने 29 नवंबर 2021 को एक आदेश जारी कर दिया था जिसमें सतीश गोयल के नेतृत्व वाली प्रबंध समिति को कालातीत घोषित करते हुए पुरुषोत्तम सिंघल को स्कूल का एकमात्र जीवित ट्रस्टी बताते हुए उन्हें नवीन सदस्य बनाने और 30 दिसंबर 2021 तक नई कार्यकारिणी का गठन करने का निर्देश दिया था, जिसके बाद से पुरुषोत्तम सिंघल ही स्कूल के एकमात्र संचालक है। 

आज समिति के पूर्व अध्यक्ष सतीश गोयल , राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल के साथ स्कूल में पहुंचे और वहां कपिल देव अग्रवाल के पुत्र की शादी की खुशी में मिठाई बांटने लगे, इसकी जानकारी जब स्कूल के वर्तमान अध्यक्ष पुरुषोत्तम सिंघल को मिली तो उन्होंने तत्काल ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को एक शिकायती पत्र दिया जिसके बाद एसएसपी के निर्देश पर थाना सिविल लाइन पुलिस स्कूल पहुंच गई और वहां उन्होंने सतीश गोयल के स्कूल में प्रवेश पर आपत्ति जताई, जिसको लेकर कुछ देर हंगामा चलता रहा जिसके बाद में मंत्री व सतीश गोयल स्कूल से वापस लौट गए।

पुरुषोत्तम सिंघल पक्ष के ऋतु सिंघल और हर्ष सिंघल का कहना है कि सहायक रजिस्ट्रार के आदेश को सतीश गोयल और ट्रस्ट की दोनों स्कूल की प्रधानाचार्य को भी रिसीव करा दिया गया है और स्कूल के सभी सदस्यों को इसकी जानकारी हो चुकी है, प्रशासन को भी अवगत करा दिया गया है लेकिन उसके बाद भी सतीश गोयल उस आदेश को न मानकर  स्कूल पर जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सतीश गोयल अपने राजनीतिक संबंधों का लाभ लेकर प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके चलते वह अदालत में भी मामला दर्ज करने जा रहे हैं।  उन्होंने बताया कि स्कूल की प्रधानाचार्य ने यदि  सतीश गोयल के निर्देश पर कोई असंवैधानिक कार्य करने की कोशिश की तो उनके विरुद्ध भी विधिक कार्यवाही की जाएगी। 

इस सम्बन्ध में पूर्व प्रबंधक सतीश गोयल ने बताया कि ये सही है कि रजिस्ट्रार ने पुरानी कमेटी को भंग कर दिया है लेकिन नयी कमेटी बनने तक स्कूल के चेक आदि पर हस्ताक्षर करने का अधिकार मिला हुआ है इसलिए स्कूल में गए थे। 

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