एलन मस्क ने दी एपल को चेतावनी, अगर किया ये काम तो एक्स और टेस्ला में बैन होंगे आईफोन

एपल ने वर्ल्डवाइड डेवलपर कॉन्फ्रेंस (WWDC 2024) में कई अपडेट्स का ऐलान किया है. कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेक्टर में भी आगे बढ़ रही है. इसके लिए एपल ने Apple Intelligence पेश किया है, जिसके तहत कंपनी अपने डिवाइस में AI फीचर्स के लिए सपोर्ट देगी. हालांकि, एपल यह सब खुद नहीं बल्कि ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI की मदद से कर रही है. एपल के डिवाइस में ChatGPT सपोर्ट जोड़ा जाएगा, तब लोगों को AI फीचर्स का फायदा मिलेगा. लेकिन X (पहले ट्विटर) और टेस्ला के मालिक एलन मस्क को यह गठजोड़ कतई पसंद नहीं आया.

टेस्ला के सीईओ एलन मस्क इतने भड़के हुए हैं कि उन्होंने अपनी कंपनियों में एपल के प्रोडक्ट्स पर बैन लगाने की चेतावनी दी है. मस्क एपल और ओपनएआई से नाराज दिखे और उन्होंने ट्विटर पर इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी. आइए जानते हैं कि आखिर मस्क एपल से क्यों नाराज हैं और क्यों वो अपनी कंपनियों में एपल के प्रोडक्ट्स पर बैन लगाने की धमकी दे रहे हैं.

एलन मस्क की टिम कुक को दू टूक

दरअसल, एपल के सीईओ टिम कुक ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि हम एपल इंटेलिजेंस पेश कर रहे हैं. AI में यह हमारा अगल कदम है. यह पर्सनल, पावरफुल और प्राइवेट है. इसे उन ऐप्स के साथ जोड़ा गया है जिनका रोजमर्रा में आप इस्तेमाल करते हैं.

इस पोस्ट पर रिएक्ट करते हुए मस्क ने जवाब दिया कि इसकी जरूरत नहीं है. या तो इस खौफनाक स्पाइवेयर को रोकें या फिर मेरी कंपनियों में सभी एपल डिवाइस पर बैन लगा दिया जाएगा.

एलन मस्क ने ChatGPT को बताया स्पाईवेयर

एलन मस्क ओपनएआई के चैटबॉट यानी चैटजीपीटी को एक स्पाईवेयर मानते हैं. उन्होंने एपल पर निशाना साधते हुए कहा कि यह साफ तौर पर बेतुका है कि एपल इतना स्मार्ट नहीं है कि वह अपना खुद का AI बना सके, फिर भी इस ख्याल में है कि OpenAI आपकी सिक्योरिटी और प्राइवेसी की रक्षा करेगा! एपल को इस बात का कोई अंदाजा नहीं है कि ओपनएआई को आपका डेटा सौंपने के बाद वास्तव में क्या होगा. वे आपको धोखा दे रहे हैं.

एलन मस्क ने दी एपल डिवाइस बैन करने की वार्निंग

मस्क ने चेतावनी दी कि अगर एपल ने OS लेवल पर OpenAI को जोड़ा, तो मेरी कंपनियों में एपल डिवाइस बैन हो जाएंगे. यह ऐसा सुरक्षा उल्लंघन है जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है. इसके अलावा अगर कोई विजिटर आता है तो उसके एपल आईफोन आदि को कंपनी के गेट पर ही चेक किया जाएगा. विजिटर्स के एपल डिवाइस को फैराडे केज यानी पिंजरे में रख दिया जाएगा.

मस्क ने आरोप लगाया कि अपने चैटबॉट को सिखाने के लिए ओपनएआई लोगों के प्राइवेट डेटा का इस्तेमाल करती है. अगर चैटजीपीटी को आईफोन आदि में जोड़ा गया तो इससे यूजर की प्राइवेसी के साथ खिलवाड़ किया जा सकता है.

एलन मस्क ओपनएआई के फाउंडिंग मेंबर रहे हैं, लेकिन मतभेद के चलते उन्होंने इस कंपनी को अलविदा कह दिया. बाद में माइक्रोसॉफ्ट ने ओपनएआई चैटजीपीटी  में भारी निवेश किया.

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