बाइडेन के घर एफबीआई की छापेमारी से हड़कंप, मिले गोपनीय दस्तावेज

एफबीआई जांचकर्ताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के विलमिंगटन स्थित आवास से 13 घंटे की तलाशी लेने के और भी दस्तावेज पाए हैं. ये तलाशी उनके लिए एक राजनीतिक और संभावित कानूनी दायित्व बन सकती है क्योंकि वह 2024 में फिर से राष्ट्रपति चुनाव की रेस में उतरने को तैयार हैं.

राष्ट्रपति के निजी वकील बॉब बाउर ने एक बयान में कहा कि शुक्रवार को तलाशी के दौरान, “न्याय विभाग ने अपनी जांच के दायरे में मानी जाने वाली चीजों को अपने कब्जे में ले लिया, जिसमें छह आइटम शामिल हैं जिनमें क्लासिफिकेशन मार्किंग और आसपास के दस्तावेज शामिल हैं.

बाइडेन के आवासों और निजी कार्यालयों में मिले गोपनीय दस्तावेजों की कुल संख्या अब बढ़कर करीब डेढ़ दर्जन हो गई है. 2009 से 2016 तक उपाध्यक्ष के रूप में उनके कार्यकाल सहित सभी दस्तावेज अब संघीय एजेंटों के कब्जे में ले लिए गए हैं. बाउर ने कहा कि “न्याय विभाग ने अनुरोध किया है कि दस्तावेजों को को उसके स्टैंडर्ड प्रोसीजर के अनुसार अग्रिम रूप से सार्वजनिक नहीं किया जाए, और हम सहयोग करने के लिए सहमत हुए.” 

बता दें कि इससे पहले बीते सप्ताह भी जो बाइडेन के आवास से गोपनीय दस्तावेज मिले थे. ये सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स डेलावेयर के विलमिंगटन स्थित आवास पर पहले बताई गई संख्या से ज्यादा बरामद किए गए थे.  इस मामले की जांच के लिए व्हाइट हाउस की जांच के लिए एक विशेष वकील नियुक्त किया है. बाइडेन आमतौर पर अपना वीकेड डेलावेयर स्थित आवास पर ही बिताते हैं.

व्हाइट हाउस के वकील रिचर्ड सॉबर ने शनिवार को एक बयान में कहा कि बुधवार की रात बाइडेन के गैराज से सटे कमरे में एक गोपनीय दस्तावेज मिला. सॉबर ने बताया कि बाइडेन के वकीलों ने दस्तावेज में सुरक्षा कारणों से मंजूरी नहीं दी, इसलिए उनकी खोज रोक दी गई है. व्हाइट हाउस के वकील रिचर्ड सॉबर ने एक बयान में कहा कि बाइडन के निजी पुस्तकालय की तलाशी के दौरान गोपनीय दस्तावेज़ों के कुल छह पन्ने मिले है. व्हाइट हाउस ने पहले बताया था कि वहां से सिर्फ एक पन्ना बरामद हुआ है. इसके अलावा दिसंबर में बाइडेन के गैराज और नवंबर में वाशिंगटन स्थित उनके पूर्व दफ्तर ‘पेन बाइडन सेंटर’ से भी दस्तावेज़ मिले थे. 

2009-16 के बीच के हैं सीक्रेट

ये दस्तावेज उस अवधि के हैं, जब वह 2009 से 2016 तक देश के उपराष्ट्रपति थे. इन सभी दस्तावेजों को कब्जे में ले लिया गया है. हालांकि इन दस्तावेजों के विवरण और इसका मैटर ज्ञात नहीं है. इनका उपयोग बाइडेन ने 2017-19 तक किया, जब वह पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के मानद प्रोफेसर थे. सीबीएस न्यूज द्वारा रिपोर्ट किए जाने के बाद व्हाइट हाउस द्वारा इसकी पुष्टि की गई.

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