अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) माइक वाल्ट्ज को हटा दिया गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में प्रशासनिक फेरबदल के मामले में यह सबसे बड़ा बदलाव है। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज पर गाज इसलिए गिरी है क्योंकि हाल ही में सिग्नल चैट में हुई बड़ी चूक का मुद्दा सुर्खियों में रहा था।
इस मामले के कारण विवादों में घिरे NSA माइक वाल्ट्ज
इस पूरे मामले से परिचित दो लोगों ने बताया कि ट्रंप के कार्यकाल में अमेरिकी प्रशासन में नियुक्त कर्मचारियों में पहला बड़ा फेरबदल इसलिए हुआ है क्योंकि वाल्ट्ज मार्च में कड़ी जांच के घेरे में आ गए थे। उन्होंने एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप ‘सिग्नल’ पर मैसेज भेजने के दौरान पत्रकार जेफरी गोल्डबर्ग को जोड़ा था। इस खुलासे के बाद वाल्ट्ज पर पद छोड़ने का दबाव बढ़ गया था।
संवेदनशील सैन्य अभियान की चर्चा पत्रकार से करने का आरोप
खबरों के मुताबिक निजी तौर पर भेजे गए मैसेज में वाल्ट्ज ने संवेदनशील सैन्य अभियान की योजना पर चर्चा की थी। इसका इस्तेमाल यमन में हूती लड़ाकों के खिलाफ 15 मार्च को होने वाली सैन्य कार्रवाई के लिए किया गया था।
ट्रंप के MAGA एजेंडे के प्रति वफादारी नहीं
वाल्ट्ज को हटाए जाने की खबर आने के बाद राष्ट्रपति की सहयोगी लॉरा लूमर ने वाल्ट्ज पर निशाना साधा। उन्होंने हाल ही में ओवल ऑफिस में बातचीत के दौरान ट्रंप से कहा था कि उन्हें कुछ सहयोगियों को हटाने की जरूरत है। एनएसए वाल्ट्ज के बारे में लॉरा का मानना है कि वे ‘अमेरिका को फिर से महान बनाने’ (Make America Great Again or MAGA) के एजेंडे के प्रति पर्याप्त रूप से वफादार नहीं हैं।
ट्रंप के कार्यकाल के 100 दिन पूरे, कई फैसले चर्चा में रहे
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल को हाल ही में 100 दिन पूरे हुए हैं। 20 जनवरी 2025 को जब उन्होंने राष्ट्रपति पद संभाला था, तब विश्लेषकों ने उनकी सरकार को जबरदस्त लोकप्रिय, ज्यादा अनुशासित और जुनून के साथ अपनी योजनाएं आगे रखने वाली सरकार करार दिया था। हालांकि, महज 100 दिन बाद ही अमेरिका में जो सर्वे, व्यापार से जुड़ा डाटा और शेयर बाजार की स्थिति के जो आंकड़े सामने आए हैं, उनके मुताबिक, ट्रंप के लिए राजनीतिक स्तर पर आगे की राह कठिन हो सकती है।