पाकिस्तान के साथ मिलकर चीन अफगानिस्तान में दखल बढ़ाना चाहता है। अमेरिकी सैनिकों की वापसी का फायदा उठाने के लिए उसने कोशिशें भी तेज कर दी हैं। इसके तहत अफगानिस्तान के साथ रक्षा और आर्थिक सहयोग बढ़ाने की बात कह रहा है। शिन्हुआ न्यूज ने खबर दी है कि चीन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की और इस बात पर सहमति जताई कि विदेशी सैनिकों की वापसी इस तरह होनी चाहिए कि अफगानिस्तान में सुरक्षा के हालात फिर ना खराब हों और ‘आतंकी ताकतों’ को वापसी का मौका ना मिले।
एजेंसी के मुताबिक, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि अफगानिस्तान और पड़ोसी देशों के हित के लिए तीनों देशों को संवाद और सहयोग बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ”अफगानिस्तान और क्षेत्रीय सुरक्षा, स्थिरता के सामने नई चुनौतियां हैं। अफगानिस्तान से विदेशी सैनिकों की वापसी तेज हो चुकी है, शांति और सुलह की प्रक्रिया प्रभावित हो रही है और सशस्त्र संघर्ष व आतंकी गतिविधियां तेज हो रही हैं।”