इस्राइल और हमास के बीच चल रहा युद्धविराम समझौता कई हिचकोले खाने के बावजूद ट्रैक पर बना हुआ है। अब हमास ने तीन और इस्राइली बंधकों के नाम जारी कर दिए हैं, जिन्हें रिहा किया जाएगा। शुक्रवार को जिन बंधकों के नाम जारी किए गए हैं, उनमें तीन पुरुष शामिल हैं। इन्हें हमास ने 7 अक्तूबर 2023 के हमले के दौरान बंधक बनाया था। इन बंधकों को शनिवार को रिहा किया जाएगा। यह इस्राइल और हमास के बीच पांचवीं अदला-बदली होगी। इस्राइल की तरफ से इन बंधकों के एवज में सैंकड़ों फलस्तीनी कैदियों को रिहा करना होगा।
कई झटके खाने के बाद भी युद्धविराम समझौता जारी
गौरतलब है कि इस्राइल और हमास के बीच यह युद्धविराम समझौता बेहद संवेदनशील है और कई बार ऐसी आशंका बनी है, जिसके चलते यह समझौता टूटने का खतरा पैदा हुआ। पिछली बार एक महिला बंधक की रिहाई से दोनों पक्षों में तनातनी देखने को मिली थी। अब बीते मंगलवार को इस्राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के अमेरिका दौरे के समय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा पर नियंत्रण करने और विस्थापितों को गाजा के बाहर बसाने का सुझाव दिया था। ट्रंप के इस सुझाव पर अरब देशों और फलस्तीनी लोगों ने भी नाराजगी जाहिर की थी।
पहले चरण में 33 बंधकों को किया जाना है रिहा
छह हफ्ते तक चलने वाले पहले चरण के युद्धविराम समझौते में 33 इस्राइली बंधकों को रिहा किया जाना है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमास द्वारा जिन तीन बंधकों को रिहा किया जाएगा, उनमें एली शराबी (52 वर्षीय), ओहाद बेन एमी (56 वर्षीय) और ओर लेवी (34 वर्षीय) का नाम शामिल है। वहीं इस्राइल द्वारा 183 फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाएगा। एली शराबी को किबुत्ज बीरी से बंधक बनाया गया था। हमले में एली की पत्नी और बेटी की आतंकियों ने हत्या कर दी थी। बेन एमी को भी किबुत्ज बीरी से ही बंधक बनाया गया था। हमले में बेन की पत्नी को भी बंधक बनाया गया था, लेकिन उन्हें नवंबर 2023 में छोड़ दिया गया था। लेवी एक कंप्यूटर प्रोग्रामर है, जिसे रिशोन लीजन इलाके से पकड़ा गया था। हमले में लेवी की पत्नी की हत्या हुई थी। दंपति का बेटा अन्य परिजनों के पास है।
कई खूंखार फलस्तीनी कैदी होंगे रिहा
अभी इस्राइल और हमास के बीच दूसरे चरण के युद्धविराम को लेकर बातचीत चल रही है। दूसरे चरण में करीब दर्जन भर इस्राइली बंधक रिहा किए जा सकते हैं। वहीं शनिवार को रिहा किए जाने वाले फलस्तीनी कैदियों में 18 लोग ऐसे हैं, जो उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। वहीं 54 वर्षों की सजा भुगत रहे हैं। वहीं 111 बंधक वे हैं, जिन्हें 7 अक्तूबर के हमले के बाद गाजा से पकड़ा गया था। रिहा किए जाने वाले कैदियों में इयाद अबु शखदम का नाम भी शामिल है। वह साल 2000 में इस्राइल पर हुए हमले में शामिल था, जिसमें कई इस्राइली नागरिक मारे गए थे। इयाद अबु शखदम को 18 बार उम्रकैद की सजा हुई थी। साथ ही जमाल अल तवैल का नाम भी शामिल है, वेस्ट बैंक के शहर अल बीरेह का मेयर रहा है।