‘नेतन्याहू को मिले मौत की सज़ा’… ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई की बड़ी मांग

ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने सोमवार को IRGC की बासिज फोर्स को संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन में गाजा और लेबनान में जारी इजराइली हमले का जिक्र करते हुए नेतन्याहू पर बड़ा हमला बोला.

खामेनेई ने बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट से जारी अरेस्ट वारंट का जिक्र करते हुए उसे नाकाफी बताया और कहा कि गाजा और लेबनान में किए युद्ध अपराध के लिए नेतन्याहू को डेथ पेनल्टी यानी मौत की सजा मिलनी चाहिए.

गिरफ्तारी वारंट काफी नहीं- खामेनेई

सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई की सेहत को लेकर बीते कुछ हफ्तों से कई अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन सोमवार को तेहरान में आयोजित ‘बासिज वीक’ के दौरान उन्होंने देशभर के बासिज फोर्स के सदस्यों से मुलाकात की और उन्हें संबोधित किया. उन्होंने कहा कि यहूदी प्रशासन ने गाजा और लेबनान में जो कुछ किया है वह उनकी जीत नहीं है बल्कि युद्ध अपराध है. उन्होंने कहा कि इजराइली प्रधानमंत्री के लिए गिरफ्तारी वारंट काफी नहीं है. उन्होंने कहा कि भविष्य में रेसिस्टेंस फोर्स का और विस्तार किया जाएगा.

खामेनेई ने बासिज फोर्स की सराहना की

बासिज फोर्स को संबोधित करते हुए खामेनेई ने कहा कि बासिज के पास साहस, तेजी से काम करने की क्षमता और व्यापक विजन है. यह अपने दुश्मनों को पहचानते हैं और विभिन्न घटनाक्रमों को लेकर संवेदनशील है. उन्होंने कहा कि हमें दृढ़निश्चय और फैसले लेने की क्षमता को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए, बल्कि इसकी सराहना करनी चाहिए और मजबूती प्रदान करनी चाहिए.उन्होंने बासिज फोर्स का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि बासिज के अपने लक्ष्य और कारण हैं वह मौत से भी नहीं डरते हैं.

ईरान की बासिज फोर्स को जानिए

बासिज फोर्स, ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) का हिस्सा है. यह ईरान में धार्मिक, राजनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर लड़ने वाली एक वालंटियर फोर्स है. कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बासिज फोर्स में करीब 90 हजार सैनिक शामिल हैं, जिसमें पुरुष और महिलाएं दोनों काम करते हैं. यही नहीं जरूरत पड़ने पर बासिज फोर्स करीब 10 लाख वालंटियर्स भी जुटा सकती है, इसका मुख्य काम देश के भीतर सरकार विरोधी गतिविधियों से निपटना है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here