पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा ने एक बार फिर अमेरिका से अपने देश में परमाणु हथियार तैनात करने की अपील की है, ताकि रूस को रोकने में मदद मिल सके। यह अपील इस बात का संकेत है कि मॉस्को से खतरे के कारण यह नाटो देश परमाणु सुरक्षा पर विचार कर रहा है।
डूडा ने यह अपील गुरुवार को फाइनेंशियल टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू के दौरान की। इससे पहले 2022 में भी उन्होंने अमेरिका से परमाणु हथियारों की तैनाती की अपील की थी। तब अमेरिका में जो बाइडन के नेतृत्व वाला प्रशासन था।
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पोलैंड के अंतरराष्ट्रीय मामलों के सलाहकार वोजीच कोलार्स्की ने भी इस अपील का समर्थन किया। उन्होंने आरएमएफ एफएम रेडियो पर एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि परमाणु हथियारों की तैनाती पोलैंड की सुरक्षा बढ़ाएंगे। पोलैंड नाटो का सदस्य देश है और यह यूक्रेन, बेलारूस और रूस के कलीनिनग्राद क्षेत्र से सीमा साझा करता है।
परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर फ्रांस से चल रही बातचीत: डोनाल्ड टस्क
प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क, डूडा के राजनीतिक विरोधी हैं। उन्होंने पिछले हफ्ते कहा था कि पोलैंड फ्रांस के साथ इस बारे में बातचीत कर रहा है कि कैसे यूरोप को रूस के खतरे से बचाने के लिए फ्रांस के परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जाए। मॉस्को ने इस विचार को बहुत ही आक्रामक बताया है।
मैक्रों ने फ्रांस और यूरोप के लिए रूस को बताया खतरा
टस्क ने यह टिप्पणी संसद में की, जब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यह घोषणा की कि उन्होंने यूरोपीय सहयोगियों की रक्षा के लिए फ्रांस के परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने पर रणनीतिक बहस शुरू करने का फैसला किया है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम दिए संबोधन में मॉस्को को फ्रांस और यूरोप के लिए खतरा बताया। यूरोपीय संघ में फ्रांस एकमात्र परमाणु शक्ति वाला देश है।