स्वीडन 7 मार्च 2024 की रात वाशिंगटन में आधिकारिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद नाटो का 32वां सदस्य बन गया है। स्वीडन ने नाटो की सदस्यता उस समय प्राप्त की जब रूस-यूक्रेन युद्ध ने फरवरी में दो वर्ष पूर्ण किए हैं।
घटना की पृष्टिभूमि:
- रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध आरंभ होने के बाद, फरवरी 2022 में स्वीडन ने नाटो सैन्य गठबंधन में शामिल होने के लिए आवेदन किया था।
- स्वीडन के इस आवेदन को दो वर्ष बाद 7 मार्च को स्वीकार कर लिया गया। इस सन्दर्भ में स्वीडन के प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टर्सन ने कहा कि ‘एकता और एकजुटता’ स्वीडन के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत बना रहेगा।
स्वीडन ने खत्म की गुटनिरपेक्षता की नीति:
- नाटो का 32वां सदस्य बनते ही स्वीडन की 200 वर्ष पुरानी गुटनिरपेक्षता भी खत्म हो गई है।
- क्योंकि नाटो को मुख्य रूप से रूस के विरुद्ध बनाया गया है।
- हालांकि, स्वीडन ने 2022 के यूक्रेन युद्ध के पहले तक नाटो से औपचारिक तौर पर दूरी बनाकर रखी हुई थी।
- स्वीडिश प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टर्सन ने 7 मार्च को नाटो में अपने देश के शामिल होने को “स्वतंत्रता की जीत” के रूप में सराहा है। स्वीडन ने नाटो में शामिल होने के लिए एक स्वतंत्र, लोकतांत्रिक, संप्रभु और एकजुट विकल्प चुना है।
- क्योंकि स्वीडन ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद दो शताब्दियों की गुटनिरपेक्षता को खत्म कर दिया है।
अब स्वीडन नाटो के 5वें अनुच्छेद के तहत सुरक्षित:
- नाटो में शामिल होने से अब स्वीडन को नाटो के 5वें अनुच्छेद के तहत सुरक्षा उपलब्ध मिल सकेगा।
- स्वीडन को अब नाटो केअनुच्छेद 5 के तहत दी गई सुरक्षा प्राप्त है। जो नाटो के सहयोगियों की स्वतंत्रता और सुरक्षा की अंतिम गारंटी है।
- नाटो के अनुच्छेद 5 को सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। इस अनुच्छेद के तहत किसी भी नाटो देश पर हमले को बाकी सदस्य देशों पर हमले के तौर पर देखा जाता है।
- नाटो मुख्यालय पर फहराएगा स्वीडन का झंडा
- उत्तरी अटलांटिक संधि गठबंधन के ब्रुसेल्स मुख्यालय पर 11 मार्च को स्वीडन का झंडा फहराए जाने की उम्मीद है।
रूस ने दी स्वीडन पर कार्रवाई करने की धमकी:
- रूस ने नाटो में स्वीडन के प्रवेश पर ‘जवाबी कार्रवाई’ करने की धमकी दी है। विशेषकर अगर गठबंधन की सेना और संपत्ति स्वीडन में तैनात होने पर।
- स्वीडन और फ़िनलैंड ऐतिहासिक रूप से सोवियत संघ के खिलाफ एकजुट होने के लिए शीत युद्ध में गठित नाटो में आधिकारिक तौर पर शामिल होने से बचते रहे हैं।
- लेकिन, 2022 में यूक्रेन पर रूस के हमले ने इन दोनों देशों के विदेश नीति को बदल दिया। पिछले वर्ष 2023 में फिनलैंड के नाटो में शामिल हुए थे।
- स्वीडन की सदस्यता का मतलब है कि रूस को छोड़कर बाल्टिक सागर के आसपास के सभी देश अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन का हिस्सा होंगे।
उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के बारे में:
- यह सोवियत संघ के विरुद्ध सामूहिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका सहित पश्चिमी यूरोपीय देशों द्वारा 4 अप्रैल, 1949 में एक सैन्य गठबंधन है।
- इसे प्रायः उत्तरी अटलांटिक संधि (जिसे वाशिंगटन संधि) भी कहा जाता है।
- वर्तमान में इसमें 32 सदस्य देश शामिल हैं।
नाटो में हाल में शामिल होने वाले देश:
- उत्तरी मैसेडोनिया 30वें सदस्य के रूप में वर्ष 2020 में गठबंधन में शामिल हुआ।
- फ़िनलैंड 31वें सदस्य के रूप में वर्ष 2023 में गठबंधन में शामिल हुआ।
- स्वीडन 32वें सदस्य के रूप में 7 मार्च 2024 को गठबंधन में शामिल हुआ।
- मुख्यालय: ब्रुसेल्स
- आधिकारिक भाषा: अंग्रेजी और फ्रांसीसी
- महासचिव: जेन्स स्टोल्टेनबर्ग
- सैन्य समिति के अध्यक्ष: गियामपाओलो दी पाओला