दुबई के क्राउन प्रिंस अपनी बहुमुखी प्रतिभा और शौकों के चलते दुनियाभर में चर्चा में रहते हैं। वे न सिर्फ एक कुशल घुड़सवार हैं, बल्कि कविताएं लिखने का भी शौक रखते हैं और मिलिट्री ट्रेनिंग में भी पारंगत हैं।
उनका व्यक्तित्व पारंपरिक शाही जीवन से काफी अलग है। एक ओर जहां वे अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते हैं, वहीं दूसरी ओर वे युवाओं के लिए प्रेरणा भी बन चुके हैं।
अब खबर है कि दुबई के यह क्राउन प्रिंस जल्द ही भारत दौरे पर आने वाले हैं। इस यात्रा को भारत और यूएई के बीच संबंधों को और मजबूती देने के नजरिए से अहम माना जा रहा है।
दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद अल मकतूम 8 अप्रैल से दो दिन के भारत दौरे पर आ रहे हैं. यह उनका पहला आधिकारिक भारत दौरा है. प्रिंस हमदान न सिर्फ दुबई के युवराज हैं, बल्कि वे यूएई के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री भी हैं. उनके साथ कई मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और एक बड़ा व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी भारत आ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शेख हमदान के सम्मान में खास लंच भी आयोजित करेंगे.
दुबई न केवल अपनी आधुनिकता और शानदार इमारतों के लिए जाना जाता है, बल्कि अपने करिश्माई नेतृत्व के लिए भी ये खास है. इस शहर के क्राउन प्रिंस, शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम यूं तो शाही परिवार का हिस्सा हैं, साथ ही वो एक कवि, एथलीट और सोशल मीडिया स्टार भी हैं. उनकी खासियतें उन्हें न केवल यूएई में, बल्कि पूरी दुनिया में लोकप्रिय बनाती हैं.
शाही जिम्मेदारियों के साथ नई सोच
शेख हमदान का जन्म 14 नवंबर 1982 को हुआ था. वे दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के दूसरे बेटे हैं और 2008 से दुबई के क्राउन प्रिंस के रूप में सेवा दे रहे हैं. यूनाइडेट किंगडम के लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और रॉयल मिलिट्री अकेडमी सैंडर्स्ट से पढ़ाई करने वाले शेख हमदान 2024 से यूएई के रक्षा मंत्री का पद भी संभाल रहे हैं.
शेख हमदान नई सोच के साथ शासन करते हैं. दुबई को डिजिटल और इनोवेटिव शहर बनाने में उनकी अहम भूमिका रही है. उनके नेतृत्व में ही दुबई सरकार 2021 में दुनिया की पहली 100% पेपरलेस सरकार बनी.
क्यों कहा जाता है फज़ा?
शेख हमदान को ‘फज़ा’ नाम से भी जाना जाता है. इस अरबी शब्द का मतलब है मदद करने वाला. इस टैगलाइन को शेख हमदान अपनी कविताओं में इस्तेमाल करते हैं. वे अरबी में कविताएं लिखते हैं. शेख हमदान की कविताओं में प्रेम, प्रकृति और देशभक्ति जैसे विषयों पर फोकस किया जाता है. उनकी कविताएं सोशल मीडिया पर काफी चर्चित रहती हैं.
घुड़सवारी में माहिर
शेख हमदान एक एथलीट और रोमांच प्रेमी हैं. घुड़सवारी में उनकी महारत ने उन्हें विश्व ईक्वेस्ट्रियन गेम्स में कई अवॉर्ड दिलाए हैं. इसके अलावा, वे स्काईडाइविंग, साइकिलिंग और डाइविंग के भी शौकीन हैं.
बेटी का नाम हिंद रखा
शेख हमदान की सोशल मीडिया उपस्थिति उनकी सबसे बड़ी खासियतों में से एक है. इंस्टाग्राम पर उनके 15 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं, जहां वे अपनी शाही जिंदगी, रोमांच और पारिवारिक पलों की झलकियां साझा करते हैं. हाल ही में, जब उन्होंने अपनी नवजात बेटी का नाम ‘हिंद’ रखा, जो उनकी मां शेखा हिंद बिंत मकतूम बिन जुमा अल मकतूम के सम्मान में था, तो यह खबर सोशल मीडिया पर छा गई. उनकी सादगी और लोगों से जुड़ने की शैली उन्हें एक आधुनिक शाही व्यक्तित्व बनाती है.
शेख हमदान अब भारत आ रहे हैं. पीएम मोदी से उनकी मुलाकात होगी और भारत के साथ वो कई समझौते भी करेंगे.