अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने मैथ्यू व्हिटेकर को उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के लिए अमेरिका का राजदूत नियुक्त किया है। व्हिटेकर कार्यवाहक अटॉर्नी जनरल रह चुके हैं। व्हिटेकर की नाटो के लिए नियुक्ति ऐसे समय में हुई है, जब रूस-यूक्रेन युद्ध और नाटो में रक्षा खर्च को लेकर तनाव है।
मैथ्यू की नियुक्ति पर ट्रंप ने क्या कहा
ट्रंप ने एक बयान में कहा, मैथ्यू व्हिटेकर एक मजबूत योद्धा और वफादार देशभक्त हैं, जो सुनिश्चित करेंगे कि अमेरिका के हितों की रक्षा और प्रगति हो। उन्होंने कहा मैथ्यू हमारे नाटो सहयोगियों के साथ संबंधों को मजबूत करेंगे और शांति व स्थिरता के लिए पैदा हो रहे खतरों का डटकर सामना करेंगे। मुझे मैथ्यू की क्षमताओं पर पूरा भरोसा है, जो अमेरिका प्रतिनिधित्व पूरी ताकत, ईमानदारी और मजबूत समर्पण के साथ करेंगे।
ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान रहे कार्यवाहक अटॉर्नी जनरल
व्हिटेकर 2018-19 में ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान कार्यवाहक अटॉर्नी जनरल रहे। इससे पहले वह ट्रंप के पूर्व अटॉर्नी जनरल जेफ सेशंस के प्रमुख अधिकारी भी रहे और बुश प्रशासन में दक्षिण आयोवा के अमेरिकी अटॉर्नी के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से वह एक राजनीतिक सलाहकार के रूप में काम कर रहे थे। उन्होंने आयोवा विश्वविद्यालय से तीन डिग्रियां हासिल की हैं। पहले कार्यकाल के दौरान ट्रंप की रूस के साथ कथित मिलीभगत की जांच को लेकर व्हिटेकर ने आलोचनात्मक टिप्पणी की थी, जिसके कारण वह विवादों में रहे थे।