व्हाइट हाउस में ट्रंप-जेलेंस्की की मुलाकात, दुनिया में दिखेंगे ये 10 बड़े बदलाव

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमीर जेलेंस्की शुक्रवार को व्हाइट हाउस में एक ऐतिहासिक बैठक करने जा रहे हैं. इस बैठक को रूस-यूक्रेन युद्ध के भविष्य का निर्धारण करने वाला एक निर्णायक मोड़ माना जा रहा है. तीन साल से जारी इस युद्ध के समाधान की और अमेरिका-यूक्रेन संबंधों को एक नई परिभाषा देने के लिए यह मुलाकात बेहद महत्वपूर्ण होगी.

राष्ट्रपति ट्रंप की सत्ता में वापसी के बाद राष्ट्रपति जेलेंस्की से यह पहली मुलाकात होगी, जो वैश्विक राजनीति को प्रभावित कर सकती है. इस बैठक में यूक्रेन को दी जाने वाली अमेरिकी सहायता, सुरक्षा गारंटी, रूस के साथ संभावित शांति समझौता और एक बड़े खनिज सौदे पर चर्चा होने की संभावना है. माना जा रहा है कि यह बैठक सिर्फ दो देशों के रिश्तों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि वैश्विक संतुलन को भी बदल सकती है.

इधर मुलाकात, उधर दिख सकते हैं ये 10 बदलाव

1. यूक्रेन को अमेरिकी सुरक्षा गारंटी पर फैसला- अगर ट्रंप यूक्रेन को सीमित सुरक्षा गारंटी देते हैं, तो रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर नई कूटनीति शुरू हो सकती है, लेकिन अगर अमेरिका यूक्रेन की सैन्य सहायता में कटौती करता है, तो यह युद्ध के समीकरण को पूरी तरह बदल सकता है.

2. रूस-यूक्रेन युद्ध के संभावित समाधान की नींव- यह बैठक शांति वार्ता का आधार बन सकती है। ट्रंप की रूस के साथ संबंधों को देखते हुए, एक संभावित युद्धविराम की घोषणा हो सकती है, जिससे यूरोप में स्थिरता आ सकती है।

3. अमेरिका और यूक्रेन के बीच आर्थिक संबंधों में बड़ा बदलाव- अगर यूक्रेन के खनिज संसाधनों पर अमेरिका के साथ कोई समझौता होता है, तो इससे अमेरिकी रक्षा और औद्योगिक क्षेत्र को मजबूती मिलेगी, लेकिन इससे चीन और रूस की चिंताएँ बढ़ेंगी.

4. यूरोप की सुरक्षा पर असर- अगर अमेरिका यूक्रेन की सैन्य मदद में कटौती करता है, तो यूरोपीय देशों को खुद अपनी सुरक्षा पर ज्यादा ध्यान देना होगा. इससे नाटो की रणनीति भी प्रभावित होगी.

5. रूस के लिए नई रणनीति का संकेत- अगर अमेरिका यूक्रेन को कम समर्थन देता है, तो रूस अपने सैन्य अभियानों को और आक्रामक बना सकता है। इससे यूरोप में एक नया भू-राजनीतिक संकट पैदा हो सकता है.

6. चीन के साथ अमेरिका की प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी- अगर अमेरिका यूक्रेन के खनिज संसाधनों पर नियंत्रण कर लेता है, तो यह चीन के लिए एक बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि चीन पहले से ही इस क्षेत्र में निवेश करना चाहता था.

7. वैश्विक ऊर्जा और बाजारों पर प्रभाव- युद्ध का कोई भी समाधान वैश्विक तेल और गैस बाजारों को प्रभावित करेगा. अगर अमेरिका रूस पर प्रतिबंधों में ढील देता है, तो ऊर्जा बाजार में बड़े उतार-चढ़ाव हो सकते हैं.

8. यूक्रेन की राजनीतिक स्थिति अस्थिर हो सकती है- अगर ट्रंप जेलेंस्की को सीमित समर्थन देते हैं, तो यूक्रेन में राजनीतिक उथल-पुथल हो सकती है. इससे जेलेंस्की की सरकार पर दबाव बढ़ेगा और अंदरूनी अस्थिरता पैदा हो सकती है.

9. नए वैश्विक गठजोड़ बन सकते हैं- अगर अमेरिका अपनी विदेश नीति बदलता है, तो यूरोप, चीन और रूस नए गठजोड़ बना सकते हैं, जिससे वैश्विक शक्ति संतुलन बदल सकता है।

10.ट्रंप की विदेश नीति की दिशा स्पष्ट होगी- यह बैठक ट्रंप की विदेश नीति की प्राथमिकताओं को तय करेगी! क्या अमेरिका वैश्विक स्तर पर अपनी भूमिका घटाएगा, या फिर एक नए ढंग से अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेगा?

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