असम के लोकप्रिय गायक जुबीन गर्ग के असामयिक निधन ने पूरे उत्तर-पूर्व को गहरे सदमे में डाल दिया है। उनके निधन से संगीत जगत में भी शोक की लहर है। इस बीच, नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल की आयोजन समिति के प्रमुख श्यामकानु महंता ने घटना को लेकर अहम जानकारी दी है।
सिंगापुर यात्रा का उद्देश्य
महंता के अनुसार, जुबीन केवल कार्यक्रम के लिए नहीं, बल्कि आराम और निजी समय बिताने के मकसद से सिंगापुर आए थे। उन्होंने खुद अपनी टीम से वहां जाने की इच्छा जताई थी, जिसके लिए विशेष होटल व्यवस्था की गई थी। उनका मकसद असम एसोसिएशन के सदस्यों से मिलना और घूमना-फिरना था।
कार्यक्रम में बड़ी प्रस्तुति तय नहीं थी
महंता ने बताया कि इस बार जुबीन का कोई बड़ा कॉन्सर्ट करने का इरादा नहीं था। वह सिर्फ श्रोताओं से मिलने और कुछ गीत साझा करने वाले थे। इसी कारण उन्होंने पूरी टीम को नहीं बुलाया था। उनके साथ केवल चचेरे भाई संदीपन गर्ग, मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और संगीतकार शेखर ज्योति गोस्वामी मौजूद थे।
हादसे से पहले की स्थिति
आयोजकों का कहना है कि सोशल मीडिया पर चल रही कई खबरें भ्रामक हैं। महंता के अनुसार, कार्यक्रम की शुरुआत शुक्रवार से होनी थी और उससे पहले जुबीन ने कोई प्रस्तुति नहीं दी थी। जिस दिन हादसा हुआ, उस समय आयोजन समिति होटल में मीटिंग कर रही थी और उन्हें यॉट ट्रिप की जानकारी तक नहीं थी। हादसे की सूचना मिलते ही सभी सीधे अस्पताल पहुंचे।
नॉर्थ ईस्ट के प्रति समर्पण
महंता ने याद करते हुए कहा कि जुबीन हमेशा नॉर्थ ईस्ट की संस्कृति और पहचान को वैश्विक मंच तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध रहे। उन्होंने कभी भी किसी निमंत्रण को ठुकराया नहीं और हर बार पूरे क्षेत्र का चेहरा बनकर मंच पर पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने दी जानकारी
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया पर बताया कि जुबीन गर्ग का पोस्टमार्टम सिंगापुर में पूरा हो गया है। भारतीय दूतावास की मौजूदगी में उनका पार्थिव शरीर उनके साथियों—शेखर ज्योति गोस्वामी, संदीपन गर्ग और सिद्धार्थ शर्मा—को सौंप दिया गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि असम सरकार उनकी मौत की जांच कराएगी।