हाथरस हादसा: एनसीडब्ल्यू प्रमुख बोलीं- जल्द गिरफ्तार हो साकार हरि बाबा

उत्तर प्रदेश के हाथरस के फुलरई गांव में मंगलवार को सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. एसडीएम ने इस हादसे की प्राथमिक जांच रिपोर्ट अब जिलाधिकारी (डीएम) को सौंपी है. एसडीएम के मुताबिक, सत्संग के समापन के बाद श्रद्धालु भोले बाबा के पास पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उनके सेवादार और निजी गार्ड्स (ब्लैक कमांडो) ने खुद ही धक्का-मुक्की करनी शुरू कर दी. इसके बाद कार्यक्रम स्थल पर भगदड़ मच गई.

NCW प्रमुख बोलीं- तत्काल गिरफ्तार हो नारायण हरि सरकार
हाथरस हादसे पर राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा ने कहा कि नारायण हरि साकार जो भी हो। उसने एक गैरकानूनी गतिविधि की है। मुझे लगता है कि उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। तत्काल ही गिरफ्तार किया जाना चाहिए। साथ ही पता लगाया जाए कि आखिर ये सब किसके कहने पर हो रहा था। इसके पीछे की क्या योजना थी। 

हाथरस हादसे पर रूस के राष्ट्रपति पुतिन भी हुए आहत

उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई दुर्घटना पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी को शोक संदेश भेजा है। शोक संदेश में पुतिन ने लिखा है कि हाथरस में हुई दुर्घटना में घायल लोग जल्द ही ठीक हो जाए। इस दुखद दुर्घटना पर हमारी गहरी संवेदनाएं हैं। 

प्रियंका गांधी ने जताया दुख

हाथरस हादसे को लेकर प्रियंका गांधी ने कहा, ‘हाथरस, उत्तर प्रदेश में सत्संग के दौरान भगदड़ की वजह से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मृत्यु एवं कई के घायल होने का समाचार हृदयविदारक है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। शोक-संतप्त परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं। राज्य सरकार से मेरी अपील है कि पीड़ितों को उचित मुआवजा देने एवं घायलों के उपचार की व्यवस्था की जाए।’

कई पहलू हैं जिनपर जांच होना आवश्यक: सीएम योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के हादसे पर कहा, ‘इस पूरी घटना की तह तक जाने के लिए शासन स्तर पर हमने कल भी व्यवस्था बनाई थी लेकिन हमारी प्राथमिकता राहत-बचाव कार्य थी। इस हादसे में 121 श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई जो उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश से जुड़े हुए थे।’

सीएम ने कहा, ‘इस कार्यक्रम में जो सज्जन अपना उपदेश देने आए थे उनकी कथा संपन्न होने के बाद, उनके मंच से उतरने के पर, उन्हें छूने के लिए महिलाओं का एक दल आगे बढ़ा तभी उनके पीछे एक भीड़ गई। इसी दौरान वे एक-दूसरे के ऊपर चढ़ते गए। सेवादार भी लोगों को धक्का देते रहे जिसके कारण यह हादसा हुआ। इस पूरी घटनाक्रम के लिए ADG आगरा की अध्यक्षता में एक SIT गठित की गई है जिसने प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपी है। कई पहलू हैं जिनपर जांच होना आवश्यक है।’

सीएम योगी बोले- दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इस पूरे हादसे में 121 भक्तों की मौत हुई है। जो उत्तर प्रदेश के साथ साथ हरियाणा, राजस्थान और मध्यप्रदेश से भी जुड़े हुए थे। वहीं प्रदेश में हाथरस, बदायूं, कासगंज, अलीगढ़, एटा, ललितपुर, फैजाबाद, आगरा जनपद के लोग शामिल हैं। हाथरस के जिला अस्पताल में कई लोगों का इलाज चल रहा है। इस घटना के चश्मदीद से बात की उन्होंने बताया कि हादसा कार्यक्रम के दौरान ही हुआ। इस कार्यक्रम में जो सज्जन अपना उपदेश देने आए थे और मंच से उतरने के बाद जीटी रोड के पास उनका काफिला आया तो उसे छूने की कोशिश में महिलाओं का एक काफिला आगे बढ़ा और लोग इस हादसे का शिकार हो गए।

इसका सबसे दुखद पहलू यह था कि जो सेवादार प्रशासन को भी अंदर नहीं जाने देते। ऐसे लोगों ने इस घटना को दबाने का प्रयास किया। इसकी जांच के लिए एडीजी आगरा की अगुवाई में एक कमेटी गठित की गई है। इस घटना की तह तक जाने के लिए उनसे कहा गया है। इस घटना में आयोजकों को भी पूछताछ के लिए भी बुलाया जाएगा। इस घटना की न्यायिक जांच होगी। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने कहा कि क्या यह हादसा या साजिश? अगर साजिश है तो उसकी भी जांच की जाएंगी> इस तरह का हादसा दोबारा न हो इसके लिए एक एसओपी बनाई जाएंगी ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

कई पहलू हैं जिनपर जांच होना आवश्यक: सीएम योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के हादसे पर कहा, ‘इस पूरी घटना की तह तक जाने के लिए शासन स्तर पर हमने कल भी व्यवस्था बनाई थी लेकिन हमारी प्राथमिकता राहत-बचाव कार्य थी। इस हादसे में 121 श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई जो उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश से जुड़े हुए थे।’

सीएम ने कहा, ‘इस कार्यक्रम में जो सज्जन अपना उपदेश देने आए थे उनकी कथा संपन्न होने के बाद, उनके मंच से उतरने के पर, उन्हें छूने के लिए महिलाओं का एक दल आगे बढ़ा तभी उनके पीछे एक भीड़ गई। इसी दौरान वे एक-दूसरे के ऊपर चढ़ते गए। सेवादार भी लोगों को धक्का देते रहे जिसके कारण यह हादसा हुआ। इस पूरी घटनाक्रम के लिए ADG आगरा की अध्यक्षता में एक SIT गठित की गई है जिसने प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपी है। कई पहलू हैं जिनपर जांच होना आवश्यक है।’

सीएम योगी बोले- दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इस पूरे हादसे में 121 भक्तों की मौत हुई है। जो उत्तर प्रदेश के साथ साथ हरियाणा, राजस्थान और मध्यप्रदेश से भी जुड़े हुए थे। वहीं प्रदेश में हाथरस, बदायूं, कासगंज, अलीगढ़, एटा, ललितपुर, फैजाबाद, आगरा जनपद के लोग शामिल हैं। हाथरस के जिला अस्पताल में कई लोगों का इलाज चल रहा है। इस घटना के चश्मदीद से बात की उन्होंने बताया कि हादसा कार्यक्रम के दौरान ही हुआ। इस कार्यक्रम में जो सज्जन अपना उपदेश देने आए थे और मंच से उतरने के बाद जीटी रोड के पास उनका काफिला आया तो उसे छूने की कोशिश में महिलाओं का एक काफिला आगे बढ़ा और लोग इस हादसे का शिकार हो गए।

इसका सबसे दुखद पहलू यह था कि जो सेवादार प्रशासन को भी अंदर नहीं जाने देते। ऐसे लोगों ने इस घटना को दबाने का प्रयास किया। इसकी जांच के लिए एडीजी आगरा की अगुवाई में एक कमेटी गठित की गई है। इस घटना की तह तक जाने के लिए उनसे कहा गया है। इस घटना में आयोजकों को भी पूछताछ के लिए भी बुलाया जाएगा। इस घटना की न्यायिक जांच होगी। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने कहा कि क्या यह हादसा या साजिश? अगर साजिश है तो उसकी भी जांच की जाएंगी> इस तरह का हादसा दोबारा न हो इसके लिए एक एसओपी बनाई जाएंगी ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

हादसे के बाद सेवादार मौके से फरार- सीएम

सीएम योगी ने कहा कि सेवादार प्रशासन को अंदर नहीं जाने देते हैं और हादसे के बाद सेवादार मौके फरार हो गए हैं।

एसडीएम के मुताबिक, सत्संग में दो लाख से अधिक श्रद्धालु मौजूद थे. भोले बाबा लगभग दोपहर 12.30 बजे पंडाल में पहुंचे और उनका कार्यक्रम 1 घंटे तक चला. इसी बीच, दोपहर 1.40 बजे भोले बाबा पंडाल से निकले, तभी श्रद्धालु उनके चरण की धूल छूने के लिए आगे बढ़े. लोग डिवाइडर से कूद-कूद कर बाबा के वाहन की और दौड़ने लगे. लेकिन बाबा के निजी गार्ड्स और सेवादारों ने खुद ही धक्का-मुक्की करनी शुरू कर दी. इसके बाद कुछ लोग नीचे गिर गए. फिर लोग एक-दूसरे को कुचलने लगे.

खेत में कई लोग फिसलकर गिरे

एसडीएम की रिपोर्ट के मुताबिक,कई श्रद्धालु कार्यक्रम स्थल के सामने खेत की ओर भागे. लेकिन खेत बलुई थी. इस वजह से कई श्रद्धालु फिसलकर गिर गए. फिर लोग एक-दूसरे के ऊपर पैर रखते हुए भागे. जो नीचे गिरा, वह उठ नहीं पाया. इसके बाद कई श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए. मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने घायलों को एम्बुलेंस से अस्पतालों में भर्ती करवाया. इनमें से कुछ को सामुदायिक स्वास्थ्य केंन्द्र में भर्ती करावाया गया, वहीं कुछ को एटा और अलीगढ़ के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया.

पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

इस हादसे के बाद पुलिस ने भोले बाबा के मुख्य सेवादार और आयोजकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. लेकिन एफआईआर में भोले बाबा का नाम शामिल नहीं है. पुलिस की इस एफआईआर पर भी सवाल उठ रहे हैं. वहीं, अधिकारियों के मुताबिक, सत्संग के लिए अनुमति ली गई थी. लेकिन 80000 श्रद्धालुओं के शामिल होने को लेकर ही अनुमति मांगी थी, पर दो लाख से अधिक श्रद्धालु सत्संग में शामिल होने आए थे.

सीएम योगी ने हादसे पर गहरा दुख जताया है. हादसे की जांच के लिए उच्च अधिकारियों की एक टीम का गठन किया है. इस टीम में डीआईजी रैंक के अधिकारी शामिल होंगे. फुलरई गांव में हादसे के बाद सन्नाटा पसरा हुआ है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया है कि सभी शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा.

श्रद्धालुओं ने आयोजकों और प्रशासन पर उठाए सवाल

श्रद्धालुओं ने सत्संग के आयोजकों और पुलिस पर भी सवाल उठाए हैं. क्योंकि कार्यक्रम स्थल पर एग्जिट और एंट्री पॉइंट नहीं बनाए गए थे. इमरजेंसी रास्ता भी नहीं बना था. मौके पर मेडिकल टीम नहीं थी. गर्मी में पंडाल के अंदर श्रद्धालु पसीने से तर-बतर हो रहे थे, लेकिन उस हिसाब से पंखे और कूलर नहीं लगाए गए थे. पंडाल के आसपास श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने के भी पर्याप्त इंतजाम नहीं थे.

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