नई दिल्ली/करूर। अभिनेता से नेता बने और तमिलगाव वेत्रि कझगम (टीवीके) के प्रमुख विजय की करूर रैली में शनिवार को भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे कम से कम 36 लोगों की जान चली गई। इस घटना में 8 बच्चे और 16 महिलाएं भी शामिल हैं। कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
रैली के दौरान विजय जनसभा को संबोधित कर रहे थे, तभी अचानक भीड़ में भगदड़ मच गई। हालात देखते ही उन्होंने भाषण रोक दिया। घायल लोगों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने घटना पर बारीकी से निगरानी रखी। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम, पूर्व मंत्री सेंथिल बालाजी और जिला कलेक्टर से संपर्क कर घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य मंत्री ने करूर पहुंचकर तिरुचि और सलेम से 45 चिकित्सकों को बुलाकर राहत कार्य में लगाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट में कहा कि उनकी संवेदनाएँ मृतकों के परिवारों के साथ हैं और वे घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
घटना ने तमिलनाडु में राजनीतिक रैलियों की सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के महत्व को फिर से उजागर कर दिया है।