सावन मास के पहले दिन शुक्रवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम श्रद्धालु भक्ति भाव से सराबोर नजर आए। मंगला आरती के साथ ही बाबा विश्वनाथ के दर्शन शुरू हुए और मंदिर परिसर “हर-हर महादेव” के उद्घोष से गूंज उठा। श्रद्धालुओं के स्वागत में मंदिर प्रशासन की ओर से पुष्पवर्षा की गई, जिससे भक्त भाव-विभोर हो उठे।
श्रावण के पहले शुक्रवार की शुरुआत श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विधिवत मंगला आरती के साथ हुई। इसके पश्चात, मंदिर न्यास की कार्यपालक समिति के अध्यक्ष और मंडलायुक्त एस. राजलिंगम की पहल पर भक्तों का पुष्पों से अभिनंदन किया गया।
धाम परिसर में भगवान विश्वनाथ, भगवान दंडपाणि और मध्य में स्थित भगवान वैकुण्ठेश्वर के त्रिशिखरों के सामने पुष्पवर्षा कर शिखर आराधना संपन्न की गई। इसके बाद यह पुष्पवर्षा भगवान बद्रीनारायण मंदिर तक श्रद्धालुओं पर होती रही, जिससे काशी की हरि-हर परंपरा को और सशक्त किया गया।
सावन के पहले दिन विशेष रूप से वितरित किए जाने वाले ये पुष्प श्रद्धालुओं को मां अन्नपूर्णा के अक्षत प्रसाद के साथ “स्वागत भेंट” के रूप में प्रदान किए गए। इस आयोजन में मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण, डिप्टी कलेक्टर शंभु शरण और तहसीलदार मिनी एल. शेखर भी उपस्थित रहे।