मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा-वृंदावन के विकास के लिए 646 करोड़ रुपये की 118 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें 80 परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया, जिन पर 273 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं, जबकि 38 योजनाओं का शिलान्यास किया गया, जिनकी लागत लगभग 373 करोड़ रुपये है। इन योजनाओं में परिक्रमा मार्गों का सौंदर्यीकरण, प्रवेश द्वार, कुंडों का पुनरुद्धार, श्रद्धालुओं की सुविधा, कनेक्टिविटी सुधार, जल और पर्यावरण संरक्षण जैसे कार्य शामिल हैं। पांचजन्य सभागार में उन्होंने भजन-कीर्तन और श्रीकृष्ण लीलाओं को ब्रज की भक्ति परंपरा का अहम हिस्सा बताया और जनप्रतिनिधियों व संतों की सराहना की।
‘श्रीकृष्ण का जीवन हमें प्रेरणा देता है’
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने सज्जनों की रक्षा और दुष्टों के विनाश के लिए अवतार लिया। उन्होंने युद्धभूमि को धर्मभूमि में बदल दिया और निष्काम कर्म की प्रेरणा देकर समाज को बल प्रदान किया। सीएम ने स्वतंत्रता के 78 वर्ष पूरे होने का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष 2047 तक देश को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि इसी दिशा में उत्तर प्रदेश को भी समृद्ध बनाने के लिए समाज और सरकार मिलकर प्रयास करेंगे।
दाऊजी महाराज मंदिर में उमड़ा जनसैलाब
जन्माष्टमी पर बलदेव स्थित दाऊजी महाराज मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी। भक्तों ने विशेष अभिषेक और श्रृंगार दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। मध्यरात्रि में विशेष अभिषेक और श्रृंगार के लिए और भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे।
ब्रज के विकास के लिए 30 हजार करोड़ की योजना
सीएम ने ब्रज क्षेत्र के समग्र विकास के लिए 30 हजार करोड़ रुपये की नई कार्ययोजना की घोषणा की। इस योजना के तहत मथुरा, वृंदावन, बरसाना और गोकुल जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों को द्वापर युग की स्मृतियों से जोड़ने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि जैसे काशी विश्वनाथ धाम, अयोध्या में राम मंदिर और विंध्यवासिनी धाम का कायाकल्प हुआ, वैसे ही ब्रजक्षेत्र भी नए रूप में विकसित होगा।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि और नंदगांव में तैयारियां
मुख्यमंत्री के प्रस्थान के बाद मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर श्रद्धालुओं का तांता और बढ़ गया। वहीं, नंदगांव में 17 अगस्त को जन्माष्टमी और 18 अगस्त को नंदोत्सव मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। यहां खुर-गिनती पद्धति से जन्माष्टमी मनाई जाती है। बधाई गीत, बांस बधाई, दही-हांडी और प्रतीकात्मक मल्ल युद्ध जैसे कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र होंगे।
वृंदावन और द्वारिकाधीश मंदिर की विशेष व्यवस्थाएं
वृंदावन के राधा दमोदर लाल और राधा रमण मंदिर में परंपरागत रूप से दिन में भी महाभिषेक होता है, जिसे देखने के लिए लाखों श्रद्धालु जुटते हैं। इसी बीच, द्वारिकाधीश मंदिर प्रशासन ने दर्शन के समय में बदलाव किया है। 16 अगस्त को प्रातः 6 बजे पंचामृत अभिषेक के बाद दर्शन शुरू होंगे और श्रृंगार दर्शन सुबह लगभग 8:30 बजे से होंगे।