माले/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दो दिवसीय दौरे पर मालदीव पहुंचे, जहां वेलाना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका भव्य स्वागत हुआ। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की मौजूदगी में दोनों देशों के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इनमें भारत द्वारा 4,850 करोड़ रुपये की ऋण सहायता भी शामिल है।
दोनों देशों ने इस मौके पर राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक संयुक्त स्मारक डाक टिकट जारी किया। पीएम मोदी ने इस अवसर पर मालदीव की स्वतंत्रता की हीरक जयंती पर वहां की जनता को शुभकामनाएं दीं और मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रण के लिए राष्ट्रपति मुइज्जू का आभार जताया।
भारत-मालदीव संबंधों की नई ऊंचाइयों की ओर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और मालदीव के बीच की साझेदारी ऐतिहासिक है, जिसकी जड़ें समय और समुद्र दोनों में गहराई तक फैली हैं। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा मालदीव के साथ खड़ा रहा है, चाहे वह कोविड महामारी हो या आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति का मामला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों ने अक्तूबर 2023 में आर्थिक और समुद्री सहयोग के जिस विज़न को साझा किया था, वह अब साकार हो रहा है। भारत के सहयोग से कई अहम परियोजनाएं जैसे – 4000 सामाजिक आवास, ग्रेटर माले कनेक्टिविटी, अड्डू रोड नेटवर्क और हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का पुनर्विकास – गति पकड़ रही हैं।
राष्ट्रपति मुइज्जू ने की भारत की सराहना
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा कि पीएम मोदी की यह यात्रा दो ऐतिहासिक अवसरों – मालदीव की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ और दोनों देशों के राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ – से जुड़ी है। उन्होंने भारत की ओर से मिली वित्तीय सहायता और सामुदायिक विकास परियोजनाओं के लिए आभार जताया।
उन्होंने बताया कि भारत द्वारा दिए गए 565 मिलियन डॉलर के ऋण का उपयोग उनकी सरकार की प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में किया जाएगा। साथ ही, भारत की ओर से 72 वाहनों की मदद भी दी गई है।
महत्वपूर्ण समझौते और सहयोग:
- ₹4,850 करोड़ की नई ऋण सहायता
- पूर्व ऋणों की पुनर्भुगतान शर्तों में राहत
- भारत-मालदीव मुक्त व्यापार समझौते पर वार्ता की शुरुआत
- संयुक्त डाक टिकट जारी
- सामाजिक आवास, सड़कों और जलनिकासी की नई परियोजनाएं
- सामुदायिक विकास के लिए छह नई योजनाएं
- स्वास्थ्य और रक्षा क्षेत्र में सहयोग
- COP-33 सम्मेलन में भारत को मालदीव का समर्थन
राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत को वैश्विक नेतृत्व की दिशा में अहम साझेदार बताते हुए COP-33 के लिए समर्थन देने की भी घोषणा की।