नई दिल्ली। देश में 22 सितंबर से वस्तु एवं सेवा कर (GST) की नई दरें लागू होने जा रही हैं। इसकी पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया और इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सोमवार से देशभर में “जीएसटी बचत उत्सव” शुरू होगा। नई दरों के लागू होने के बाद रोजमर्रा की वस्तुएं अधिक सस्ती होंगी और आम नागरिक अपनी पसंद का सामान आसानी से खरीद पाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे न केवल हर परिवार की खुशियां बढ़ेंगी, बल्कि देश की विकास यात्रा को भी नई रफ्तार मिलेगी।
मोदी ने याद दिलाया कि 2014 से पहले टैक्स और टोल का जंजाल फैला हुआ था, जिससे व्यापारियों और उपभोक्ताओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्यों के साथ मिलकर जीएसटी सुधार की दिशा में कदम बढ़ाया और 2017 में पूरे देश के लिए एक समान कर व्यवस्था लागू की।
प्रधानमंत्री ने कहा, “रिफॉर्म लगातार चलने वाली प्रक्रिया है। समय और जरूरत के अनुसार बदलाव जरूरी होते हैं। ज्यादातर वस्तुएं अब या तो टैक्स फ्री होंगी या उन पर केवल पांच प्रतिशत कर लगेगा। इससे लोगों की जेब पर बोझ घटेगा।”
उन्होंने बताया कि सरकार के हालिया निर्णयों से आम जनता को 2.5 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी। साथ ही उन्होंने मध्यमवर्ग को इनकम टैक्स में दी गई छूट को भी ऐतिहासिक कदम बताया।
अपने संबोधन के दौरान मोदी ने देशवासियों से ‘मेड इन इंडिया’ वस्तुओं को प्राथमिकता देने की अपील की। उन्होंने कहा, “जिस प्रकार स्वतंत्रता आंदोलन को स्वदेशी से ताकत मिली थी, उसी तरह देश की समृद्धि भी स्वदेशी पर आधारित होगी। हर घर को स्वदेशी का प्रतीक बनाना है।”