रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से जारी युद्ध को खत्म करने के लिए शुक्रवार को अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात हुई। बैठक के बाद संयुक्त प्रेस वार्ता में दोनों नेताओं ने शांति की दिशा में उठाए गए कदमों और हुए समझौतों की जानकारी साझा की। उम्मीद जताई गई कि यह समझौता यूक्रेन संकट का स्थायी समाधान साबित हो सकता है।
पुतिन ने प्रेस वार्ता में कहा कि यूक्रेन की स्थिति रूस की सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बन चुकी है, लेकिन साथ ही यूक्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी उतना ही आवश्यक है। उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने इस संघर्ष की जड़ों को समझने की कोशिश की है, जो स्थायी समाधान के लिए जरूरी है।
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि युद्ध को समाप्त करने के लिए मूल कारणों का समाधान करना होगा और रूस की सुरक्षा संबंधी वैध चिंताओं को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। उन्होंने भरोसा जताया कि यूरोप और दुनिया में सुरक्षा संतुलन बहाल करने की दिशा में यह समझौता मददगार होगा।
प्रेस वार्ता के दौरान पुतिन ने कहा, “जब राष्ट्रपति ट्रंप कहते हैं कि अगर वे पहले ही पद पर होते तो युद्ध कभी शुरू नहीं होता, तो मैं पूरी तरह सहमत हूं।” उन्होंने यह भी खुलासा किया कि 2022 में पिछली अमेरिकी सरकार के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी थी कि हालात को युद्ध की ओर नहीं धकेला जाए, अन्यथा यह एक बड़ी गलती होगी।
पुतिन ने यूरोपीय देशों और कीव सरकार से अपेक्षा जताई कि वे इस समझौते को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखें और किसी भी तरह की साजिश या उकसावे से प्रगति में बाधा न डालें। इस दौरान उन्होंने संकेतों में राष्ट्रपति ट्रंप को रूस आने का न्यौता भी दिया, जिस पर ट्रंप ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने बैठक को बेहद उपयोगी बताते हुए कहा कि कई अहम मुद्दों पर सहमति बनी है, जबकि कुछ पर और चर्चा की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब तक हर स्तर पर सहमति नहीं बनती, तब तक किसी समझौते की घोषणा नहीं होगी। ट्रंप ने यह भी बताया कि वे जल्द ही नाटो नेताओं और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से इस बैठक के नतीजों पर बातचीत करेंगे।
ट्रंप ने अंत में कहा कि वार्ता में काफी प्रगति हुई है और आगे भी बातचीत जारी रहेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगली मुलाकात जल्द होगी।