भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने सोमवार को एक गोपनीय बैठक आयोजित की। इस बैठक में परिषद के सदस्यों ने दोनों देशों से संयम बरतने और आपसी बातचीत से समाधान निकालने की अपील की। मौजूदा समय में पाकिस्तान सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है और उसी ने यह बैठक बुलाने का आग्रह किया था। हालांकि, बैठक के बाद न तो परिषद और न ही किसी सदस्य देश ने कोई आधिकारिक बयान जारी किया।
सूत्रों के अनुसार, करीब डेढ़ घंटे तक चली इस बैठक में पाकिस्तान ने फिर से दिखावे की कोशिश की, लेकिन इसे कोई खास तवज्जो नहीं मिली। बैठक में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव, क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति और संभावित खतरों पर चर्चा की गई, लेकिन इस विचार-विमर्श का सार्वजनिक रूप से कोई निष्कर्ष सामने नहीं आया।
ग्रीस ने तय की बैठक की तारीख
पाकिस्तान के अनुरोध के बाद सुरक्षा परिषद की मई माह की अध्यक्षता कर रहे ग्रीस ने बैठक की तारीख निर्धारित की। यह बैठक पारंपरिक UNSC चैंबर में न होकर पास ही स्थित परामर्श कक्ष में आयोजित की गई।
UN प्रतिनिधि ने दिया संवाद का सुझाव
बैठक में शामिल हुए संयुक्त राष्ट्र के सहायक महासचिव खालिद मोहम्मद खैरी ने शांति प्रयासों पर ज़ोर देते हुए कहा कि मौजूदा हालात अस्थिर हैं और संघर्ष को बातचीत से ही हल करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने परिषद को इस मुद्दे की गंभीरता से अवगत कराया।
सुरक्षा परिषद की भूमिका पर प्रतिक्रिया
बैठक की अध्यक्षता कर रहे ग्रीस के स्थायी प्रतिनिधि एवेंजेलोस सेकेरिस ने इसे उपयोगी बताया, लेकिन ज़्यादा जानकारी साझा नहीं की। जब परिषद की भूमिका पर सवाल किए गए तो उन्होंने बस इतना कहा कि परिषद ऐसे प्रयासों में हमेशा योगदान देती है।
भारत ने फिर किया पाक के प्रयासों को विफल
UN में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने पहले ही कहा था कि ऐसी बंद दरवाजों की बैठक से कोई ठोस नतीजे की उम्मीद नहीं की जा सकती। उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान अपनी सदस्यता का इस्तेमाल कर दुनिया की राय को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है, जिसे भारत सफलतापूर्वक रोकता आया है और इस बार भी ऐसा ही हुआ।
UNSC की संरचना
सुरक्षा परिषद में पांच स्थायी सदस्य – अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन – हैं, जिनके पास वीटो अधिकार है। इनके अलावा 10 अस्थायी सदस्य भी हैं, जिनमें पाकिस्तान, ग्रीस, डेनमार्क, स्लोवेनिया, पनामा, दक्षिण कोरिया, सोमालिया, अल्जीरिया, गुयाना और सिएरा लियोन शामिल हैं।