मेरे पास कंट्रोल नहीं होता, राहुल गांधी का माइक बंद होने के आरोपों पर स्पीकर ओम बिरला का जवाब

लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का माइक बंद कर दिया गया. ये आरोप कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा (Deepender Hooda) ने लगाया है. उनका कहना है कि नीट पर चर्चा की मांग के दौरान राहुल का माइक बंद किया गया. उनको एक मिनट नहीं बोलने दिया गया. ऐसा करना शर्मनाक है. कांग्रेस के इस आरोप पर स्पीकर ओम बिरला (Om Birla) ने जवाब दिया है.

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा है कि माइक का कंट्रोल उनके पास नहीं होता है. पिछली लोकसभा में भी ऐसा ही विवाद हो चुका है. दोनों सदनों में माइक कंट्रोल करने के लिए अलग पैनल होते हैं. साउंड इंजीनियर सभापति के आसन के साथ ही पीछे की ओर बैठते हैं. उनके और सदन के बीच शीशा होता है, जिससे वो सदस्यों को देख सकते हैं.

सदन में हर सासंद के आगे एक माइक होता है. साउंड इंजीनियर इसे बंद या चालू कर सकते हैं लेकिन ऐसा करने के लिए कुछ नियम हैं. जैसे शून्य काल में हर सांसद को बोलने के लिए तीन मिनट मिलते हैं. जैसे ही उनका समय पूरा होता है, माइक बंद हो जाता है. आसन से जिसका नाम पुकारा जाए, उसका माइक ऑन करना होता है. जब आसन कहता है कि यह रिकॉर्ड में नहीं जाएगा तो माइक बंद हो जाता है.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 7 साल में 70 पेपर लीक हुए हैं. करोड़ों युवाओं के साथ मोदी सरकार ने विश्वासघात किया है. हम नीट घोटाले पर 267 के नियम के तहत सदन में चर्चा करके, पीड़ित युवाओं की आवाज उठाना चाहते थे. इसलिए लोगों की समस्या पर ध्यान आकर्षित करने के लिए विशेष चर्चा के लिए कहा था. हम किसी को परेशान नहीं करना चाहते थे. मगर, उन्होंने इसका मौका नहीं दिया.

खरगे ने कहा कि राज्यसभा के सभापति से कहना चाहता हूं कि विपक्ष के प्रति उनका आज का सौतेला व्यवहार ‘भारतीय संसद के इतिहास में दागी हो गया है’ वो केवल सत्ता पक्ष की ओर देख रहे थे. मैंने उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए 10 मिनट तक हाथ उठाया. फिर भी उन्होंने सदन में विपक्ष के नेता की ओर नहीं देखा. उन्होंने मुझे अपमानित करने के लिए जानबूझकर नजरअंदाज किया. मुझे या तो अंदर जाना होगा या बहुत जोर से चिल्लाना होगा.

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