केरल में पार्टी सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के वायनाड (Wayanad) कार्यालय में रखे महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के चित्र को कथित रूप से क्षतिग्रस्त करने के आरोप में कांग्रेस के चार कार्यकर्ताओं को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया. यह घटना 24 जून की है, जब सीपीएम छात्रसंघ एसएफआई (SFI) के सदस्यों ने वायनाड में कांग्रेस सांसद के कार्यालय में तोड़फोड़ की थी. हाथापाई के दौरान महात्मा गांधी का चित्र कार्यालय की दीवार से नीचे गिरा हुआ पाया गया था. उस दौरान कांग्रेस (Congress) ने आरोप लगाया था कि एसएफआई के लोगों ने चित्र को नुकसान पहुंचाया है, वहीं सीपीएम ने हमेशा इसके लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया था.
गिरफ्तार किए गए कांग्रेसियों की पहचान वी. नौशाद, के. ए. मुजीब, एस आर राहुल और के आर रतीश कुमार के रूप में हुई है. रतीश कुमार राहुल गांधी के कार्यालय सहायक हैं. विपक्षी दल ने गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने 2 जुलाई को विधानसभा को बताया कि पुलिस ने उन सभी एसएफआई कार्यकर्ताओं को हटा दिया है, जो दोपहर करीब साढ़े तीन बजे एमपी कार्यालय में घुस आए थे. जब एक पुलिस फोटोग्राफर ने घटना स्थल की तस्वीरें क्लिक कीं, तो गांधी की तस्वीर दीवार पर बरकरार थी. उन्होंने कहा, एसएफआई कार्यकर्ताओं को हटाए जाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता कार्यालय के अंदर थे. बाद में शाम को जब पुलिस फोटोग्राफर ने फिर से अपराध स्थल की तस्वीरें लीं, तो चित्र क्षतिग्रस्त हालत में फर्श पर पड़ा मिला.
मुख्यमंत्री विजयन ने पुलिस को फोटोग्राफर के बयान का हवाला देते हुए यह बात कही. वहीं माकपा ने आरोप लगाया कि हंगामे के बाद कार्यालय में प्रवेश करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चित्र को जमीन पर फेंक दिया, वहीं कांग्रेस हमेशा इसके बारे में प्रश्नों से बचती रही. हमले के बाद वायनाड की अपनी यात्रा के दौरान विपक्ष के नेता वी. डी. सतीसन ने इस आरोप पर सवाल उठाने से इनकार कर दिया कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गांधी की तस्वीर को नुकसान पहुंचाया है.