पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख ममता बनर्जी को लेकर भाजपा नेता दिलीप घोष के बयान के बाद राज्य की राजनीति गर्म हो गई है। दिलीप घोष के बयान को लेकर आज तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल जगदीप धनकड़ से मुलाकात की है। इस दौरान तृणमूल के नेताओं ने दिलीप घोष के बयान को लेकर राज्यपाल के समक्ष शिकायत दर्ज कराई। राज्यपाल से मुलाकात के बाद तृणमूल नेता काकोली घोष ने बताया कि हम राज्यपाल से ये मांग करने आए थे कि हमारे लोकसभा के एक सदस्य माननीय दिलीप घोष ने हमारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ जो गाली देने के सामान बयान दिया है उसका जवाब और इस पर ठोस कदम उठाया जाए इसके लिए हम यहां आए थे। उन्होंने आश्वस्त किया कि वो उनसे बात करेंगे।
दिलीप घोष की प्रतिक्रिया
दूसरी ओर पूरे मामले को लेकर अब दिलीप घोष का भी बयान सामने आ गया है। राज्यपाल से मुलाकात करने को लेकर दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं पर जबरदस्त तरीके से तंज कसा है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक दिलीप घोष ने साफ तौर पर कहा है कि जो लोग राज्यपाल को गाली देते हैं और खुद ममता बनर्जी जो मुंह में आता है वे कहती हैं। वही लोग राज्यपाल के पास किस मुंह से जाते हैं। उन्हें तो राज्यपाल पर भरोसा ही नहीं है वे उन्हें भाजपा का एजेंट बताते हैं। ये ड्रामेबाजी बंद होनी चाहिए। वहीं, राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने अपने एक प्रतिनिधिमंडल (टीएमसी) को मेरे पास भेजा और उन्होंने मुझसे बातचीत की। मैंने उन्हें आश्वस्त किया कि मैं उनके मामले को देखूंगा।
क्या है मामला ?
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने नाराज़गी जताई है और पार्टी के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने बुधवार को उनकी गिरफ्तारी की मांग की। घोष ने ‘इंडिया टुडे ईस्ट कॉनक्लेव’ में एक सत्र के दौरान पिछले राज्य विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी के ‘बांग्लार मेये’ (बंगाल की बेटी) अभियान और बाद में गोवा के चुनाव में तटीय राज्य से अपना संबंध बताने के संदर्भ में मुख्यमंत्री के खिलाफ कुछ कथित आपत्तिजनक टिप्पणियां कर दीं।