नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को कहा कि संसद में ‘पेगासस’ पर बहस से क्यों डरती है सरकार? असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आप क्या छिपाना चाहते हैं? उन्होंने कहा कि हम संसद चलाने को तैयार हैं लेकिन आप (सरकार) ऐसा नहीं चाहते हैं। असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा कि आप (सरकार) केवल बिल पास करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि क्या यही लोकतंत्र है? हमें अपने विचार रखने का मौका नहीं मिल रहा है।
बता दें कि पेगासस जासूसी कांड का मामला अब देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर वरिष्ठ पत्रकार एनराम और शशिकुमार, सीपीएम के राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास और वकील एमएल शर्मा ने कोर्ट में याचिका दाखिल की है। इस याचिका पर आगामी 5 अगस्त को सुनवाई होने वाली है। इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस एनवी रमना और जस्टिस सूर्यकांत की बेंच करेगी।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी तीन तलाक कानून असंवैधानिक है। इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है। यह समानता के खिलाफ है, मुसलमानों को बदनाम करता है। उन्होंने कहा कि क्या मोदी सरकार केवल मुस्लिम महिला (अधिकार) दिवस मनाएगी? हिंदू, दलित और ओबीसी महिलाओं के सशक्तिकरण के बारे में क्या?
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इस कानून से मुस्लिम महिलाओं का और अधिक शोषण होगा। इससे उनकी समस्याओं में इजाफा होगा। केवल मामले दर्ज किए जाएंगे और कोई न्याय नहीं दिया जाएगा। मुसलमानों ने इसे धरातल पर स्वीकार नहीं किया।