नगांव: असम के नगांव जिले में रविवार शाम कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सड़क किनारे एक रेस्तरां में लोगों की भीड़ ने घेर लिया. यह घटना तब हुई जब गांधी और कुछ अन्य नेता घटनास्थल से लगभग 10 किमी दूर रुपोही में अपने रात्रि प्रवास के लिए रास्ते में अंबागन के रेस्तरां में रुके थे. भीड़ ने सांसद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और समागुरी से कांग्रेस विधायक रकीबुल हुसैन का जिक्र करते हुए ‘अन्याय यात्रा’ तथा ‘रकीबुल वापस जाओ’ जैसे नारे वाली तख्तियां दिखाईं.
सुरक्षाकर्मियों ने गांधी और अन्य नेताओं को रेस्तरां से बाहर निकाल लिया. प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि रैली से लौट रहे पार्टी कार्यकर्ताओं के वाहनों पर हमले की एक और घटना हुई. उन्होंने बताया कि छात्र इकाई के तीन सदस्यों को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. इससे पहले दिन में, सोनितपुर जिले में दो अलग-अलग घटनाओं में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख भूपेन कुमार बोरा पर हमला किया गया और वरिष्ठ नेता जयराम रमेश की कार पर भी हमला हुआ.
गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ दिन के समय मध्य असम जिले में पहुंची. नेताओं ने दोपहर में कलियाबोर में एक जनसभा को संबोधित किया, जिसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी मौजूद रहे.
न्याय यात्रा पर ‘सुनियोजित हमलों’ के विरोध में विरोध प्रदर्शन करेगी कांग्रेस
कांग्रेस असम में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर ‘सुनियोजित हमलों’ के खिलाफ अपने राज्य और जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन करेगी. पार्टी ने यह घोषणा की. कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा पर आरोप लगाते हुए ‘एक्स’ पर लिखा कि असम में यात्रा के प्रवेश करने के बाद से ‘भारत के सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री अपने गुंडों का उपयोग करके हमारे काफिले, संपत्तियों और नेताओं पर लगातार हमले कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘इस मामले को हर भारतीय को गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि यह भाजपा के फासीवाद और गुंडागर्दी को उजागर करता है. पूरे भारत में पीसीसी और डीसीसी को कल शाम बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने का निर्देश दिया गया है. इस दौरान यह उजागर किया जाएगा कि कैसे (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) अपने भ्रष्ट मुख्यमंत्री के माध्यम से असम में लोकतंत्र की हत्या कर रही है.’