पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान शाम 6.30 बजे समाप्त हो गया. बंगाल में दूसरे चरण के तहत 4 जिलों के 30 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ. छिटपुट हिंसा के बीच मतदान संपन्न हुआ. मतदान के दौरान नंदीग्राम दिन भर सुर्खियों में रहा. चुनाव आयोग ने नंदीग्राम में 22 कंपनी केंद्रीय वाहिनी की तैनाती की थी.
मुख्य चुनाव अधिकारी आरिज आफताब ने बताया कि कुछ घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा है. मतदान के दौरान 1605 शिकायत दर्ज की है. केशपुर में दोनों ही पार्टियों के लोग घायल हुए हैं. इसके केशपुर में हिंसा के बाद 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि प्राथमिक रिपोर्ट से साफ है कि नंदीग्राम में उयद शंकर दूबे ने खुदकुशी की थी.
शाम 6 बजे तक हुआ 80.43 फीसदी मतदान
शाम छह बजे तक 80.43 फीसदी मतदान हुआ, जबकि नंदीग्राम में 80.79 फीसदी मतदान हुआ है. दक्षिण 24 परगना में 79.56 फीसदी, पूर्व मेदिनीपुर में 81.23 फीसदी, पश्चिम मेदिनीपुर में 78.02 फीसदी और बांकुड़ा में 82.92 फीसदी मतदान हुआ है. इस चरण में 171 उम्मीदवारों मैदान में थे. इनमें 152 पुरुष उम्मीदवार थे. उम्मीदवारों में नंदीग्राम से सीएम ममता बनर्जी खुद उम्मीदवार थीं, जबकि उनके खिलाफ बीजेपी ने शुभेंदु अधिकारी को उतारा था. इसी तरह से डेबरा विधानसभा क्षेत्र से दो पूर्व आईपीएस अधिकारी टीएमसी के प्रत्याशी हुमायूं कबीर और बीजेपी की भारती घोष के बीच मुकाबला था. नंदीग्राम में मतदान से यह साफ होगा कि ममता बनर्जी को फिर से बंगाल का ताज मिलेगा या फिर शुभेंदु अधिकारी सरताज बनेंगे.
छिटपुट हिंसा के बीच समाप्त हुआ मतदान
सुबह सात बजे राज्य के मतदान केंद्रों में मतदान शुरू हुई थी, लेकिन डेबरा सुबह से ही सुर्खियों में रहा था. डेबरा की बीजेपी की उम्मीदवार भारती घोष ने आरोप लगाया था कि उनके बूथ एजेंट को बैठने नहीं दिया जा रहा है. कई मतदान केंद्रों में ईवीएम खराब होने की शिकायत आई, लेकिन शाम होते-होते पूरा फोकस नंदीग्राम पर शिफ्ट हो गया. बीजेपी के उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि ममता बनर्जी 100 बूथों पर एजेंट नहीं दे पायी है, जबकि बाद में ममता बनर्जी ने फिर आरोप लगाया कि केंद्रीय वाहिनी पक्षपात कर रहा है. ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर पक्षपात की शिकायत की और राज्यपाल को फोन कर शिकायत की.