केंद्र ने राज्यों के लिए जारी की एडवाइजरी, कोरोना नियमों के उल्लंघन पर होगी सख्त कार्रवाई

कोरोना वायरस महामारी के खतरे के मद्देनजर केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्‍य के मुख्‍य सचिवों को पत्र लिखा है. जिसमें महामारी को लेकर 5 स्‍तरीय कार्यक्रम बनाने की बात कही गई है. सरकार की ओर से राज्‍यों को टेस्‍ट, ट्रैक, ट्रीटमेंट, वैक्‍सीनेशन और कोरोना प्रोटोकॉल के पालन का निर्देश दिया गया है.

केंद्र सरकार ने राज्यों से कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई करने और भीड़भाड़ वाली जगहों को नियंत्रित करने के लिए कहा है. एडवाइजरी में राज्‍यों को कोरोना का प्रबंधन सही तरीके से सुनिश्चित करने की भी बात की गई है.

बाजारों में लगातार प्रोटोकॉल का उल्‍लंघन

एडवाइजरी जारी करते हुए केंद्र सरकार ने कहा कि अभी भी सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन हो रहा है. बाजारों में भी भारी भीड़ उमड़ रही है. नतीजतन, कुछ राज्यों में ‘आर’ कारक (संक्रमण की संख्या) में वृद्धि चिंता का विषय है.

आर फैक्‍टर में वृद्धि प्रसार का संकेतक

गृह मंत्री ने राज्‍यों से कहा कि आप जानते होंगे कि 1.0 से ऊपर ‘R’ फैक्टर में कोई भी वृद्धि कोविड 19 के प्रसार का एक संकेतक है. इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि संबंधित अधिकारियों को सभी भीड़-भाड़ वाले स्थानों में कोरोना उपयुक्त-व्यवहार (CAB) सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार बनाया जाए. जैसे दुकानें, मॉल, बाजार, बाजार परिसर, साप्ताहिक बाजार, रेस्तरां और बार, मंडियां, बस स्टेशन, रेलवे प्लेटफॉर्म/स्टेशन, सार्वजनिक पार्क और उद्यान, व्यायामशाला, बैंक्वेट हॉल/ विवाह हॉल, स्टेडियम / खेल परिसर पर विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.

कुछ दिन पहले PM मोदी ने जताई थी चिंता

अभी कुछ दिन पहले ही पीएम मोदी ने भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लोगों द्वारा कोविड-19 के नियमों का पालन न करने पर चिंता जताते हुए कहा था कि लापरवाही के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए और एक छोटी सी गलती के दूरगामी परिणाम हो सकते हैं, जिससे महामारी से लड़ाई कमजोर पड़ सकती है.

डर पैदा करना हमारा लक्ष्य नहीं

प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से कहा था कि हाल के महीनों में संक्रमण के जितने मामले सामने आ रहे थे अब उससे कम देखने को मिल रहे हैं, लेकिन लोगों को बाहर नहीं निकलना चाहिए. सभी को याद रखना चाहिए कि कोविड-19 का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है. कई अन्य देशों में संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, वायरस में म्यूटेशन भी हो रहा है. पीएम मोदी ने मंत्रियों से कहा था कि लोगों में डर पैदा करना लक्ष्य नहीं होना चाहिए बल्कि जनता से सभी प्रकार की सावधानी बरतने का आग्रह करना चाहिए ताकि आने वाले समय में राष्ट्र इस महामारी के संकट से उबर सके. प्रधानमंत्री ने बैठक के दौरान महाराष्ट्र और केरल में संक्रमण के मामलों में वृद्धि पर चिंता भी जताई थी.

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